किसानों की हुंकार, सड़कों पर महाजाम

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Delhi Borders: 

किसानों के दिल्ली कूच करने के ऐलान के बाद दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था चौकन्नी कर दी गई है। नोएडा, दिल्ली और हरियाणा पुलिस हाई अलर्ट पर है। बॉर्डरों से गुजर रही गाड़ियों की भी जांच की जा रही है। ऐसे में सड़कों पर वाहनों की गति काफी धीमी हो गई है और कई जगहों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति देखने को मिल रही है।

किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली-नोएडा-ग्रेटर नोएडा बॉर्डर पर बैरिकेडिंग लगाकर गाड़ियों की जांच की जा रही है। इसके कारण जाम की स्थिति देखने को मिल रही है। महामाया फ्लाईओवर पर भी जाम की स्थिति बनी हुई है। गाड़ियों की गति धीमी हो गई है। लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इससे आम लोगों को काफी दिक्कत हो रही है।

अंबाला में अगले आदेश तक पैदल, वाहन या अन्य साधनों से जुलूस निकालने पर पाबंदी लगाई गई है। इसके अलावा बैरिकेडिंग के कारण डीएनडी और चिल्ला बॉर्डर पर भी वाहनों की रफ्तार स्लो है। पुलिस द्वारा गाड़ियों की जांच की जा रही है। इस मामले पर संयुक्त सीपी संजय कुमार का कहना है कि किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ को लेकर विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था कायम की गई है। सीमाओं पर बैरिकेडिंग की गई है और ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। ससंद सत्र को देखते हुए नई दिल्ली क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 लागू की गई है। महामाया फ्लाईओवर, डीएनडी और कालिंदी कुंज आदि पर भी जवानों की तैनाती की गई है। सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी बॉर्डर से बिना अनुमति के भीड़ अंदर न घुस सके।

वहीं टिकरी बॉर्डर पर भी पुलिस और जवानों को तैनात किया गया है। टिकरी बॉर्डर पर लोहे के बड़े-बड़े कंटेनर रखे गए हैं। लोहे और सीमेंट के बैरिकेड भी लगाए गए हैं। किसानों के आने पर दिल्ली के रास्ते पूरी तरह से बंद करने की तैयारी की जा रही है। बहादुरगढ़ के डीसीपी मयंक मिश्र ने भी टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए निर्देश दिए कि बिना परमिशन अंदर आने वाले किसानों को रोका जाए। फिलहाल टिकरी बॉर्डर पर हालात सामान्य तरीके से हैं। वहीं टिकरी बॉर्डर पर यातायात दोनों तरफ से चल रहा है। यातायात की गति ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। उधर, सिंघु बॉर्डर पर भी वाहनों की रफ्तार धीमी देखी जा रही है।