धान खरीद में विलंब से नाराज किसानों ने करनाल मंडी में किया प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

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करनालः धान खरीद में देरी से आक्रोशित किसानों का गुस्सा फूट गया. इसके विरोध में किसानों करनाल मंडी में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसके बाद नाराज किसान करनाल की मार्केट कमेटी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए. किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और जल्द से जल्द डिजिटल कांटे की व्यवस्था कर सरकारी स्तर पर धान खरीद शुरू करने की मांग की.

सरकार का आदेश, लेकिन मंडी में ठप हालात: 22 सितंबर को सरकार ने धान की खरीद शुरू करने और आढ़तियों को डिजिटल कांटे लगाने के आदेश दिए थे. लेकिन चौथे दिन भी धान खरीद शुरू न होने से किसानों में आक्रोश बढ़ गया. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रत्नमान ने कहा कि कि अनाज मंडी में काफी मात्रा में धान की आवक है और यह सरकारी मानदंडों के मुताबिक सही है, फिर भी खरीद ठप पड़ी है.

किसान नेताओं का आरोप–जान बूझकर हो रही देरी: भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान ने कहा कि “सरकार जानबूझकर खरीद को 1 अक्टूबर तक टाल रही है, ताकि किसान मजबूरी में अपनी फसल सस्ते दामों पर बेच दें.” उन्होंने कहा कि “करनाल मंडी में डिजिटल कांटे लगाने के आदेश तो हैं, लेकिन हकीकत में अभी तक कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है.” किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि डिजिटल कांटों के साथ ही खरीद शुरू की जाए.

किसान नेताओं का अल्टीमेटम: किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सोमवार तक धान की खरीद शुरू न हुई तो वे मार्केट कमेटी कार्यालय का ताला बंद कर जोरदार प्रदर्शन करेंगे.

मंडी प्रशासन का सफाई-पत्र: बढ़ते विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए मार्केट कमेटी सचिव आशा रानी मौके पर पहुंचीं. उन्होंने किसानों को समझाने की कोशिश करते हुए कहा कि “मंडी में आने वाले धान में नमी (Moisture) ज्यादा है, जिसकी वजह से खरीद में देरी हो रही है.” उन्होंने आश्वासन दिया कि “सरकार के निर्देशों के मुताबिक ही खरीद होगी और आढ़तियों को डिजिटल कांटे लगाने के नोटिस पहले ही जारी कर दिए गए हैं.”