धागा फैक्ट्री में लगी आग, 2 कर्मचारी जिंदा जले

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पानीपत।

एक धागा फैक्ट्री में बीती रात भीषण आग लग गई। इस आग में फैक्ट्री में मौजूद 2 कर्मचारी जिंदा जल गए। वहीं, 3 कर्मियों की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहां से उनमें से 2 घायलों को रोहतक PGI रेफर कर दिया गया है।

जबकि, एक कर्मचारी को इसराना के एनसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को दी गई थी। जिसके बाद आग बुझाते वक्त फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने अंदर से इन पांच कर्मचारियों को निकाला। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों के अनुसार, घटना इसराना उपमंडल के अंतर्गत गांव बलाना की है। वहां शिव फैब्रिक नाम की धागा फैक्ट्री है। यह फैक्ट्री करीब 20 साल से चल रही है। बीती देर रात करीब साढ़े 12 बजे यहां संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। इसके बाद चंद सेकंड में ही आग बढ़ गई।

फैक्ट्री के मालिक ने बताया है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी। इसके बाद फैक्ट्री में रात के समय मौजूद 2 कर्मचारी जिंदा जलकर मर गए। मृतकों की पहचान सुमित और तसमिल के रूप में हुई है। आग ने बिल्डिंग और माल के साथ मशीनों को भी नुकसान पहुंचाया है।

फैक्ट्री के मालिक ने बताया कि आग लगने की सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी गई थी। इसके कुछ ही देर बाद उनकी गाड़ी मौके पर पहुंच गई। पानीपत के 5 फायर स्टेशनों के अलावा नजदीकी कस्बे सोनीपत के गोहाना से भी गाड़ियां मंगवाई गईं। फैक्ट्री की आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 20 से ज्यादा गाड़ियां रात भर दौड़ती रहीं। इसके बाद करीब 5 घंटे तक मशक्कत कर सुबह करीब साढ़े 5 बजे आग पर काबू पाया जा सका।

दोनों मृतकों में से एक सुमित (32) गांव सौंदापुर का रहने वाला था। वह 2 बेटों का पिता था। उसके बड़े भाई की मौत करीब 11 साल पहले बीमारी के कारण हो गई थी। इसके 2 साल बाद उसकी मां का भी देहांत हो गया था। फिर 1 साल बाद पिता की भी कैंसर से मौत हो गई।

सुमित की 2 बहनें हैं, जिनका वह इकलौता भाई था। वह अक्सर फैक्ट्री में नाइट शिफ्ट में काम पर रहता था। बताया जा रहा है कि करीब 3 साल पहले इसी फैक्ट्री में काम करने के दौरान उसका मशीन में हाथ आ गया था, जिससे उसके बाएं हाथ की पांचों उंगलियां कट गई थीं। सुमित का पत्नी के साथ मनमुटाव रहता था, इसलिए लंबे समय से वह मायके में रह रही है। इस समय सुमित अपनी बहन के पास गांव पलड़ी में रह रहा था।