नारनौल।
नारनौल के सिविल अस्पताल में आग लग गई। आग बिजली के तारों में लगी थी, लेकिन थोड़ी ही देर में उसने आसपास रखे सामान को अपनी चपेट में ले लिया। इससे आग की लपटें तेजी से उठीं। इसके बाद पास ही मौजूद जच्चा-बच्चा वार्ड में धुआं भर गया है।
धुएं के साथ आग की लपटें देखकर मरीजों और तीमारदारों में भगदड़ मच गई। यहां एक महिला ऐसी भी थी, जिसने 5 मिनट पहले ही बच्चे को जन्म दिया था। आनन-फानन में सभी मरीजों को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया। इस दौरान एडमिट मरीजों और उनके साथ मौजूद तीमारदारों को सांस लेने में दिक्कत हुई।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर फायर ब्रिगेड टीम पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना बीती रात करीब 11 बजे सामने आई। सिविल अस्पताल के मेडिकल अफसर सरजीत सिंह ने बताया है कि जिस समय बिल्डिंग में आग लगी, उस समय उनकी ही ड्यूटी लगी हुई थी। रात में जच्चा-बच्चा वार्ड के मरीज अचानक चिल्लाने लगे थे। उनकी चीख-पुकार सुनकर जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि वार्ड में धुआं भरा हुआ था।
इसके बाद फौरन वार्ड में स्ट्रेचर मंगाए गए और एंबुलेंस बुलाईं। उनसे मरीजों को नई बिल्डिंग में तेजी से शिफ्ट किया गया। कुछ मरीज अपने आप ही वार्ड से निकल गए। कुछ चलने की स्थिति में नहीं थे तो उन्हें एंबुलेंस से ले जाया गया।
तारों में आग लगी, AC भी जला
मेडिकल अफसर ने बताया कि आग जच्चा-बच्चा वार्ड के पास मौजूद बिजली के कमरे में लगी थी। वहां शॉर्ट सर्किट हुआ हुआ, जिससे तारों में आग लग गई। तार जब जलते रहे तो उनसे काफी धुआं उठा। वह धुआं पास ही जच्चा-बच्चा वार्ड में जमा हो गया था। प्लास्टिक के जलने से लोगों को बुरी गंध महसूस हो रही थी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वहीं तीमारदारों ने बताया है कि धुआं भरने के बाद उन्होंने वार्ड से बाहर निकलकर देखा तो वायरिंग में आग लगी थी। वायरिंग ने पास ही मौजूद AC को भी चपेट में ले लिया था। इससे आग की लपटें उठ रही थीं। इसके बाद लोगों ने चीखना-चिल्लाना शुरू किया।
कनीना से अपनी बहू की डिलीवरी के लिए आईं सरिता देवी ने बताया है कि वार्ड में सभी लोग खांस रहे थे। बाहर निकलकर देखा तो बगल में ही तेज आग लगी थी। चारों ओर धुआं-धुआं भरा हुआ था। इसके बाद दौड़ती हुई डॉक्टर आई। वह बोली कि सभी लोग वार्ड से बाहर निकलो। जो पैदल जा सकता है, पैदल जाए। बाकी सभी एंबुलेंस में चढ़ जाओ। नए अस्पताल में जाना है।
सरिता देवी ने कहा कि मेरी बहू को तो यहां आए हुए 5 मिनट ही हुए थे। भागदौड़ के बीच ही उसके लड़का पैदा हुआ था। फिर भी हम सब बिस्तर-कंबल छोड़कर वहां से भाग आए। आग लगने की घटना के बाद ही स्टाफ ने फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी थी। कुछ देर बाद ही दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंच गई थी। इसके बाद करीब आधे घंटा मशक्कत कर टीम ने आग पर काबू पा लिया।