हरियाणा में सावन माह के पहले सोमवार को भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। “हर-हर महादेव” और “बम-बम भोले” के जयघोषों से मंदिर परिसर गूंज उठे। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जलाभिषेक कर बेलपत्र, दूध, दही, शहद और गंगाजल अर्पित करते हुए भोलेनाथ से अपने कष्टों की निवृत्ति और मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना की।
करनाल के घरौंडा में शिव परिवार की भक्ति में लीन श्रद्धालु
करनाल जिले के घरौंडा में सोमवार तड़के ही श्रद्धालु शिव मंदिरों की ओर उमड़ पड़े। शिव परिवार की पूजा-अर्चना कर श्रद्धालुओं ने भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिरों में लंबी कतारें सुबह से ही दिखाई देने लगीं। भक्तों ने श्रद्धा के साथ जलाभिषेक और रुद्राभिषेक कर विशेष पूजन संपन्न किया।
रोहतक के प्राचीन शिव मंदिरों में लगी भीड़
रोहतक के वैश्य कॉलेज रोड स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भी सावन के पहले सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर में सुबह से ही लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालुओं ने विधिपूर्वक शिवलिंग का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की और भक्ति भाव से भगवान शिव का स्मरण किया।
सोनीपत के प्रमुख शिवालयों में रहा भारी उत्साह
सोनीपत में ककरोई चौक स्थित शंभू दयाल मंदिर, मॉडल टाउन का गीता भवन मंदिर, नवदुर्गा माता मंदिर, सुनारों वाली गली का चिटाने वाली माता मंदिर, जटवाड़ा, सेक्टर-23, कामी रोड, मुरथल रोड, राई और गांव सेवली स्थित प्राचीन शिव मंदिरों में भी भक्तों की सुबह से भारी भीड़ देखने को मिली। भक्तों ने पूरे भक्ति भाव से भगवान शिव की आराधना की।
प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। बैरिकेडिंग, रूट डायवर्जन और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती से श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन की सुविधा मिल सकी।
भक्तिभाव और सेवा का संगम
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सावन में भगवान शिव की पूजा से सभी इच्छाएँ पूर्ण होती हैं। भक्तों ने ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर मंत्रोच्चारण करते हुए रुद्राभिषेक किया। भारी संख्या में पहुँचे कांवड़ियों ने मंदिरों के वातावरण को भक्तिरस से सराबोर कर दिया। मंदिर समितियों ने भी भक्तों की सुविधा हेतु अतिरिक्त सेवादारों की व्यवस्था की, जिससे दर्शन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।