हिसार।
हरियाणा के पहले हवाई अड्डे का लाईसेंस बनकर लगभग तैयार हो चुका है, और जल्द ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसे जारी कर सकता है। लाईसेंस मिलने के बाद हिसार से घरेलू उड़ान शुरू हो सकती है। माना जा रहा है कि 2025 की शुरुआत में ही हिसार से जहाज उड़ाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
इसका कारण है कि हिसार एयरपोर्ट पर लगी 44 आपत्तियां दूर कर ली गई हैं, साथ ही अतिरिक्त फायर ट्रैवल व्हीकल का इंतजाम भी हरियाणा सरकार ने कर लिया है। एयरपोर्ट का लाइसेंस में फायर ट्रैवल व्हीकल सबसे बड़ी बाधा था।
नियमानुसार एयरपोर्ट के संचालन के लिए कम से कम 2 फायर ट्रैवल व्हीकल की जरूरत होती है, मगर हिसार एयरपोर्ट के पास एक ही फायर ट्रैवल व्हीकल था। इस व्हीकल को केरल के कोचीन एयरपोर्ट से लाया गया है। एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने के बाद उड़ान के लिए तैयारी शुरू की जाएगी। हरियाणा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए उड़ानों को शुरू करवाना चाहती है। सोमवार (26 नवंबर) को हिसार आगमन के दौरान मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद कहा था कि प्रधानमंत्री ही यहां से उड़ानों को हरी झंडी दिखाएंगे।
हिसार एयरपोर्ट को 5 राज्यों से जोड़ने की योजना है। हिसार से चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू के लिए फ्लाइट शुरू की जाएंगी। इन फ्लाइट को अगस्त में शुरू करने का प्लान था। लेकिन आचार संहिता लगने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। उड़ानों के लिए एलायंस एयर एविएशन लिमिटेड के साथ समझौता हो चुका है। हरियाणा सरकार आयोध्या के लिए पहली फ्लाइट शुरू करेगी।
26 जुलाई 2021 को हिसार एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखने का ऐलान किया था। 1 सितंबर 2022 को हिसार एयरपोर्ट का नाम महाराजा अग्रसेन के नाम पर किया गया। 24 मार्च 2023 को दुष्यंत चौटाला ने घोषणा की कि नवंबर 2023 में उड़ान शुरू हो जाएंगी। इसमें 8 रूट तय किए गए, जिसमें हिसार से वाराणसी, आगरा, उदयपुर, जैसलमेर, देहरादून, अमृतसर, जम्मू और कुल्लू रूट शामिल थे।