फतेहाबाद में भारी बारिश से बाढ़, घरों में 3-4 फीट पानी हुआ जमा, मकान की छत गिरने से एक की मौत

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फतेहाबाद: भारी बारिश के चलते मैदानी इलाके जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. पशुओं के लिए भी भारी समस्याएं आ रही हैं. लोगों के घर गिर रहे हैं और फसलें जलमग्न हो गई है. फतेहाबाद में बाढ़ के चलते हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं. भुना इलाके में कई वार्ड पानी में डूब गए हैं. घरों के बाहर 3-4 फीट पानी भर गया है और लोग घरों के बाहर मिट्टी के कट्टे लगा रहे हैं, ताकि पानी को घर में घुसने से बचाया जा सके. पूर्व विधायक ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. साल 2022 में भी बरसात के चलते भुना इलाका डूब गया था. 3 साल बाद भी सरकार और प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया.

पानी में डूबा भूना इलाका

भूना इलाके में हुई बरसात के बाद वहां भारी जलभराव हो गया है. आसपास स्थित दर्जन भर गांव का पानी भी भूना में प्रवेश कर गया. जिसके बाद भूना में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. हालांकि दिन-रात मोटर चलाकर पानी निकाला जा रहा है. गांव ढाणी सांचला व आसपास के अन्य गांवों से खेतों का पानी शहर में आने के बाद हालात बिगड़े हैं. इस पानी को निकालने के लिए 20 मोटर चलाई गई है. साथ ही सिंचाई विभाग की तीन बड़ी मोटरें भी चल रही हैं.

कई गांव में जलभराव

 देर रात 10 बजे डीसी मनदीप कौर भूना पहुंची और रात 12 बजे तक अधिकारियों के साथ प्रबंधों का जायजा लेती रही. दूसरी तरफ, जाखल, टोहाना व भूना ब्लॉक के स्कूलों में आज से तीन दिन की छुट्टी घोषित की जा चुकी है. भूना क्षेत्र के 10 से अधिक गांवों में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है. भूना शहर में पूर्व विधायक दुड़ाराम के सामने ट्रैक्टर पर जा रहे परिवार ने गुस्सा जाहिर किया. परिवार के सदस्यों ने कहा कि वोट लेने के लिए तो आ जाते हैं, लेकिन अब कोई सुध नहीं ले रहा है. गरीबों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. पूर्व विधायक ने जल्दी समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया.

घरों तक पहुंचा पानी

 भूना इलाके के मॉडल टाउन निवासियों ने बताया कि “यह शहर की पॉश कॉलोनी है. लेकिन यहां भी तीन फीट तक पानी सड़कों पर फैला हुआ है. लोगों ने अपने घरों के बाहर मिट्टी के कट्टे लगाकर बांध बना दिए हैं. ताकि घरों में पानी न घुसे. वर्ष 2022 में भी इसी तरह के हालात देखने को मिले थे. इसका कारण यह बताया गया है कि भुना में करीब 80 एकड़ जोहड की जमीन थी. इस पर की अवैध कब्जे हो गए और अब जैसे ही बरसात अधिक मात्रा में आती है, तो भूना में जलभराव हो जाता है”.

2022 में भी आई थी बाढ़

 वर्ष 2022 में भी भारी बरसात के कारण भूना डूब गया था. लेकिन प्रशासन ने इससे भी सबक नहीं लिया. वहीं, जलभराव की समस्या के निदान के लिए मौके पर तैनात डीएसपी संजय बिश्नोई ने बताया कि प्रशासन के द्वारा पंप की मदद से पानी निकासी की जा रही है. अगर बरसात नहीं होती तो पानी आसानी से निकाल दिया जाएगा.

घर की छत गिरने से मलबे में दबा परिवार

 आलम ये है कि लगातार हो रही बारिश अब लोगों के लिए जानलेवा साबित होने लगी है. रादौर के गांव बैंडी में एक दर्दनाक हादसा हो गया. जब अचानक एक कच्चे मकान की छत भरभराकर गिर गई. हादसे में एक ही परिवार के 5 लोग मलबे के नीचे दब गए. परिजनों और ग्रामीणों की मदद से पत्नी व 3 बच्चों को तो सुरक्षित बाहर निकाला गया. लेकिन परिवार के मुखिया मानसिंह की मौत हो गई.

एक की मौत

 मृतक की पत्नी निशा ने बताया कि “वह सुबह करीब 6 बजे घर में पूजा कर रही थी. उस समय उसका पति टीवी देख रहा था. उस वक्त ही अचानक छत भरभराकर गिर गई. तीनों बच्चे सो रहे थे. निशा ने किसी तरह बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला. जिसके बाद गांव के लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मलबे में दबे मानसिंह को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया. चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया”.