गैंगस्टर रोमिल वोहरा का हुआ अंतिम संस्कार, जेल से आकर पिता ने दी मुखाग्नि; बिलखती मां बोलीं- कोई भी बच्चा क्रिमिनल न बने

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 यमुनानगर। गैंगस्टर रोहिल वोहरा के शव का शुक्रवार को अंतिम संस्कार कांसापुर के श्मशान घाट में कर दिया गया था। गुरुग्राम से वीरवार की देर शाम 9 बजे रोमिल वोहरा का शव लेकर उसकी दादी, बुआ व मां यमुनानगर के रामनगर के आवास पर पहुंचे थे। शुक्रवार को सुबह 10 बजे हुए अंतिम संस्कार के दौरान मां व बुआ बिलखती रही।

पिता ने उसका अंतिम संस्कार किया। पुलिस रोमिल के पिता को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जेल से बाहर लाया गया था। उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई थी।

गुरुग्राम में 24 जून को हरियाणा एसटीएफ व दिल्ली की काउंटर इंटेजिलेंस यूनिट के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए गैंग्स्टर रोमिल वोहरा के शव का चौथे दिन अंतिम संस्कार किया गया। उसकी मां को दो दिन पहले ही कोर्ट ने जमानत दे दी थी।

पिता को वापस भेजा जेल

अंतिम संस्कार के दौरान रोमिल वोहरा के पिता कपिल वोहरा के कुछ परिचित व परिवार के लोग ही मौजूद रहे। जैसे ही पिता कपिल वोहरा अंतिम संस्कार के लिए पुलिस वैन से उतरकर बेटे के शव को देखने के लिए पहुंचे तो बिखलकर रोने लगे।

इसके बाद उन्होंने बेटे कपिल वोहरा को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार की क्रियाएं पूरी होने के बाद पुलिस वापस कपिल वोहरा को जेल ले गई, हालांकि वह अपने घर जाना चाहता था, लेकिन इजाजत नहीं मिली।

माता-पिता ने युवाओं से की भावुक अपील

रोमिल की मां निशा वोहरा ने बताया कि 22 नवंबर को रोमिल कॉलेज जाने की बात कहकर गया था और बोला था कि कढ़ी चावल बनाकर रखना आने के बाद खाऊंगा। मगर उसके बाद वह घर पर ही नहीं आया।

रोमिल के पिता कपिल व माता रिशा बोहरा बोले रोमिल वोहरा के अंतिम संस्कार के लिए जेल से आए उसके पिता कपिल वोहरा बोले कि किसी का भी बच्चा कभी क्राइम की दुनिया में न आए उसका बहुत बुरा हाल होता है उसके मां-बाप का सबका।

वहीं उसकी मां रिशा बोहरा रोते हुए कह रही थी कि कोई भी बच्चा गैंग्सटर न बने। कोई भी गैंग लाइन में न जाए। माता व पिता के बारे में सोचे। मां-बाप के दिल पर क्या बीतती है।