‘सल्फास दे दो’, हरियाणा के मंत्री ने किसके लिए कहा ऐसा, अधिकारी बोले- जी दे रहा हूं…

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पानीपत। जिला सचिवालय में सोमवार को आयोजित कष्ट निवारण समिति की बैठक हंगामेदार रही। इसमें न केवल चेयरमैन कृष्ण कुमार बेदी एक्शन में दिखे, बल्कि पहली बार बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा भी सख्त अंदाज में दिखे। अंसल सुशांत सिटी के परिवाद पर सुनवाई के दौरान डेवलपर्स की मनमानी से आहत लोगों ने जब अपना दुखड़ा सुनाया तो मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कंपनी के अधिकारी राजेश राणा को फटकार लगाते हुए कहा, आपको शर्म आनी चाहिए।

आपकी कंपनी करोड़ों रुपये कमाकर बैठ गई, इन लोगों का जीवन नर्क बना दिया। इनको सल्फास दे दो। इस पर कंपनी के अधिकारी राजेश ने तुरंत बोल दिया, जी सर… दे रहा हूं आपको। यह सुनते ही पूरा सदन ठहाके लगाकर हंसने लगा। उसके बाद उन्होंने मंत्री से माफी मांगी और कहा कि गलती से शब्द निकल गया, समझ नहीं पाया कि आपने क्या बोला था।

लोगों की शिकायतें सुनने के बाद दोनों ही मंत्रियों ने सलाह कर अंसल सुशांत सिटी के दो अधिकारियों, पार्श्वनाथ सिटी के एक अधिकारी और बैंक लिमिट से जुड़े एक अन्य परिवाद में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के दो अधिकारियों को हिरासत में लेने के आदेश जारी कर दिए।

पुलिस ने सभी पांच अधिकारियों को कोने में खड़ा कर दिया। बैठक के बाद संबंधित अधिकारियों को सख्त चेतावनी देकर छोड़ दिया। जिसके बाद मंच से सख्त हिदायत टीडीआई सिटी के अधिकारियों को भी जारी की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगली बैठक में टीडीआई के मालिक नहीं आए तो फोर्स भेजकर बुलाया जाएगा।

पार्श्वनाथ सिटी के परिवाद पर सुनवाई कर रहे मंत्री के समक्ष शिकायकर्ता गुलशन कुमार ने कहा, सर रजिस्ट्रियां और इंतकाल बंद हैं। कहते हैं जब एमडी का मूड होगा तब रजिस्ट्री करवाएंगे। बिजली कनेक्शन की बात करते हैं तो बोलते हैं कुंडी लगाकर तार ले जाओ। यह सुनते ही मंत्री बोले- एक्सईएन कहां है? सारी एफआइआर मैं ही कराउंगा क्या। एक्सईएन साहब इन पर बिजली चोरी की एफआइआर दर्ज कराओ। बिजली का लोड निश्चित होता है, ऐसे कुंडी कैसे लगवाई जा सकती है।

बैठक में परिवाद नंबर 9 पर बाल जाटान गांव निवासी दिनेश कौशिक की शिकायत को जायज ठहराते हुए मंत्री ने कहा कि नियमानुसार उसकी गाड़ी को 42 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से हायर किया जाना चाहिए। जिस पर रिफाइनरी प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे पीआरओ विवेक शर्मा ने नियमों का हवाला देकर उनकी बात को खारिज करना चाहा।

उसने कहा कि 32 हजार रुपये नए नियम के अनुसार दिए जा सकते हैं, जिस पर मंत्री तैश में आए और कहा या तो बात मान लो नहीं तो हिरासत में लिए जाने वालों के साथ जाकर खड़े हो जाओ। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा एसपी साहब आज बस मंगवा लो।