भिवानी पहुंचे राज्यपाल असीम कुमार घोष, कहा– “नई शिक्षा नीति-2025 से भारत बनेगा वैश्विक शक्ति”

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भिवानी: हरियाणा के राज्यपाल प्रो. असीम कुमार घोष भिवानी के वस्त्र एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को उनकी डिग्रियां दी. साथ उन पूर्व छात्रों को भी सम्मानित किया, जिन्होंने कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में देशभर में नवाचार और प्रगति का नेतृत्व किया. इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2025 भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.

“डिग्री दस्तावेज नहीं, जिम्मेदारी का प्रतीक”:समारोह के दौरान राज्यपाल प्रो. घोष ने कहा कि, “यह संस्थान वर्षों से कपड़ा उद्योग के लिए कुशल इंजीनियर तैयार कर रहा है, जिन्होंने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अहम योगदान दिया है. डिग्री केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का प्रतीक है. विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा को राष्ट्र सेवा में परिवर्तित करना चाहिए. मैं युवाओं से आग्रह करता हूं कि वे नई तकनीकों और नवाचारों को अपनाने के साथ-साथ अपने अंदर मानवीय मूल्यों को भी सशक्त बनाएं.”

“तकनीकी प्रगति तेजी से हो रहा”: आगे राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी कि AI का युग है, जहां तकनीकी प्रगति तेजी से हो रही है. ऐसे में विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी दक्षता बल्कि संवेदनशीलता और रचनात्मकता को भी अपनाना होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2047 तक विकसित भारत का संकल्प लिया गया है. इसमें युवाओं, वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों की भूमिका निर्णायक रहेगी.

“युवा इंजीनियर इस उद्योग में नवाचार कर रहे”: वहीं, संस्थान के पूर्व छात्र सरदार इंद्रमोहन ने कहा कि “कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में आज नित प्रतिदिन नई खोजें हो रही हैं. युवा इंजीनियर इस उद्योग में नवाचार और तकनीकी सुधार के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं. हमने इस क्षेत्र में काम किया है और हमें इस बात पर गर्व है कि हमने एक ऐसे संस्थान से शिक्षा प्राप्त की, जिसने देश के वस्त्र उद्योग में नई दिशा दी.

“युवाओं के पास इस क्षेत्र में नवाचार की बड़ी संभावनाएं”: वहीं, पूर्व छात्रा नेहा शर्मा ने कहा कि “वस्त्र उद्योग आज तेजी से बदल रहा है और युवाओं के पास इस क्षेत्र में नवाचार की बड़ी संभावनाएं हैं. भिवानी का यह संस्थान विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान और तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करता है, जिससे वे उद्योग में अपनी पहचान बना रहे हैं.”

बता दें कि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षाविद् और उद्योग जगत से जुड़े लोग शामिल हुए.