चंडीगढ़। हरियाणा में भवन व अन्य सन्निर्माण के कार्य से जुडे श्रमिकों के कल्याण के लिए संचालित योजनाओं में सैकड़ों करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। हिसार, कैथल, जींद, सिरसा, फरीदाबाद और भिवानी में काफी अनियमितताएं मिली हैं।
इस पर एक्शन लेते हुए श्रम मंत्री अनिल विज ने सभी जिलों के उपायुक्तों को पंजीकृत श्रमिकों की कार्य रसीद की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाने और तीन महीने में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
विज ने बताया कि अनियमितताओं को देखते हुए प्रत्येक जिले में पंजीकृत श्रमिकों की कार्य रसीद का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। उपायुक्त अपने-अपने जिलों में श्रमिकों की कार्य रसीद की जांच करने हेतु समिति बनाएंगे जिसमें श्रम विभाग का प्रतिनिधि व दो अन्य राजपत्रित नामित स्वतंत्र सदस्य होंगे।
यह समिति प्रत्येक गांव और शहर में भौतिक सत्यापन करते हुए पंजीकरण प्रक्रिया व कार्य रसीद सत्यापन हेतु अपनाए गए मापदंडों को जांचेंगी। मीडिया से बातचीत में विज ने दावा किया कि यह कई सौ करोड़ रुपये का घोटाला है क्योंकि जो पात्र नहीं हैं, वे भी फायदा उठा रहे हैं। यह एक प्रकार से लूट है।
अनियमितताओं का मामला जब मेरे सम्मुख आया तो तीन सदस्यों की एक कमेटी बनाई थी। कमेटी ने छह जिलों हिसार, कैथल, जींद, सिरसा, फरीदाबाद और भिवानी की एक नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 के दौरान सत्यापित की गई तीन महीनों की कार्य रसीदों की जांच की तो काफी अनियमितताएं पाई गईं।
रिपोर्ट को देखकर मैं हैरान हो गया। सभी आरोपितों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के आदेश देते हुए महाधिवक्ता को भी आपराधिक मामलों के तहत कार्रवाई करने के लिए लिखा है।
12 लाख श्रमिकों की कार्य रसीद की कराई जांच
अगस्त 2023 से मार्च 2025 के बीच करीब 12 लाख श्रमिकों की कार्य रसीद का सत्यापन किया गया। इनमें ज्यादातर रसीद का सत्यापन फर्जी निकला। हिसार में एक लाख 45 हजार 582 कार्य रसीद सत्यापित की गईं, जिसमें एक कर्मचारी द्वारा अकेले 84741 आवेदनों को इन तीन मास में सत्यापित किया गया।
इस कर्मचारी द्वारा 2646 कार्य रसीद एक दिन में सत्यापित की गई हैं। इसी तरह फरीदाबाद के कर्मचारी द्वारा 2702 कार्य रसीदों का सत्यापन किया गया जिसमें से 1918 कार्य रसीद सोनीपत जिले से संबंधित हैं। विज ने कहा कि किसी पार्टी विशेष के लोगों का पंजीकरण कर उन्हें गलत लाभ पहुंचाया गया।