पति-पत्नी के रिश्तों में जब इतनी कड़वाहट आ जाए कि वे एक-दूसरे की शक्ल तक देखना न चाहें, तो मामला महिला आयोग या कोर्ट तक पहुंच जाता है। गुरुवार को फरीदाबाद में सेक्टर-12 लघु सचिवालय के सभागार में हरियाणा राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई हुई, जिसमें कई हैरान कर देने वाले मामले सामने आए।
किसी ने अपने पति पर अवैध तरीके से सेक्सुअल मेडिसिन की सप्लाई करने का आरोप लगाया, तो वहीं पति ने पत्नी पर उसकी संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश का आरोप लगाया। आयोग की चेयरमैन रेणु भाटिया ने फरीदाबाद, पलवल, भिवानी, कुरुक्षेत्र सहित कई जिलों की 40 से अधिक शिकायतें सुनीं, जिनमें अधिकतर घरेलू हिंसा के केस थे।
पति का एक एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर
हरियाणा सरकार में एक एसडीओ ने अपने पति पर आरोप लगाया कि वह सेक्सुअल मेडिसिन का अवैध कारोबार करता है और खुद को आईटी कर्मी बताता है। साथ ही उसका एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर भी है। महिला ने कहा कि ऐसे में उनके लिए उनके साथ रहना संभव नहीं है और पिछले पांच साल से वह घर का खर्च खुद उठा रही है। वहीं, पति ने पत्नी पर पूर्व प्रेमी से संपर्क बनाए रखने का आरोप लगाया है।
नाना-नानी ने बेटियों को बना रखा है बंधक
पलवल की रहने वाली एक महिला ने आयोग के सामने अपने मायके वालों पर गंभीर आरोप लगाए। महिला ने बताया कि उन्होंने अपनी दोनों बड़ी बेटियों को गुड़गांव में मायके भेजा था, लेकिन अब उनके मां-बाप और भाई बेटियों को बंधक बनाए हुए हैं। बेटियां शादी के योग्य हो गई हैं, लेकिन उनकी शादी नहीं होने दी जा रही। आयोग की चेयरमैन ने इस मामले को बेहद दुर्लभ और चौंकाने वाला बताया, क्योंकि यह पहली बार था जब नाना-नानी और मामा पर प्रताड़ना के आरोप सामने आए। आयोग ने गुड़गांव पुलिस से अनुरोध किया है कि वे बेटियों को बुलाकर पूछताछ करें और उसके बाद उचित निर्णय लें।