अमेरिका में जींद जिले के एंचरा गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर रणदीप मलिक की गिरफ्तारी के बाद जिला पुलिस सतर्क हो गई है। गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद पुलिस उसके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की जांच में जुट गई है। रणदीप के माता-पिता गांव में खेती-बाड़ी करते हैं।
2014 में विदेश गया था रणदीप
रणदीप मलिक वर्ष 2014 में विदेश गया था और 2018-19 में एक बार अपने घर भी आया था। उसके खिलाफ पहली बार 21 सितंबर 2011 को कुरुक्षेत्र थाने में मारपीट सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है संबंध
रणदीप का नाम कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगियों में लिया जाता है। उसे अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने गिरफ्तार कर जैक्सन पेरिस करेक्शन सेंटर में रखा है। गिरफ्तारी अमेरिका के इमिग्रेशन एवं कस्टम विभाग (ICE) द्वारा की गई है।
भारत में साजिश और हथियार सप्लाई का आरोप
एफबीआई ने रणदीप की गिरफ्तारी की सूचना भारत को दी है। आरोप है कि वह अमेरिका में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर भारत में हत्या और हमलों की साजिश रचता था और हमलावरों को विदेशी हथियार उपलब्ध करवाता था। रणदीप पर गुरुग्राम और चंडीगढ़ के क्लबों के बाहर धमाके की साजिश में भी शामिल होने का आरोप है।
भारत करेगा प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू
रणदीप की गिरफ्तारी के बाद भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करेगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रणदीप पर जींद जिले में फिरौती मांगने का भी एक मामला दर्ज है।
जांच जारी है: एसपी
जींद के पुलिस अधीक्षक (SP) कुलदीप सिंह ने बताया कि मामले में फिलहाल प्रारंभिक जानकारी प्राप्त हुई है। रणदीप के खिलाफ कितने मामले दर्ज हैं, इसकी जांच की जा रही है और सभी तथ्यों की पुष्टि की जा रही है।