Haryana ….हरियाणा की फिरौती क्वीन की नेटवर्किंग

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गुरुग्राम।

हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर कौशल चौधरी की पत्नी और फिरौती क्वीन के नाम से मशहूर मनीषा चौधरी गुरुग्राम पुलिस के रिमांड पर है। पुलिस सूत्रों के अनुसार रिमांड के दौरान उसने कई राज उगले हैं। पुलिस अब उसके इन राज को क्रॉस चेक करने में लगी हुई हैं। पिछले 7 माह उसने फरारी के तौर पर ज्यादातर समय राजस्थान में ही बिताया।

उसने राजस्थान में जयपुर के अलावा कई जिलों में फ्लैट भी किराए पर लिए। विदेश में बैठे सगे भाई गैंगस्टर सौरव गाड़ौली से ही उसे डायरेक्शन मिल रही थी। गुरुग्राम और राजस्थान में एक्टिव गुर्गों के जरिए मनीषा ने कई बड़े शराब व सट्‌टा कारोबारी और होटल संचालकों से करोड़ों रुपए की वसूली भी की। कितने लोगों से कितने पैसों की वसूली की, इसका आंकड़ा बताने से मनीषा चौधरी बच रही है।

फ्लैटों में छिपाकर रखी रंगदारी की रकम पुलिस की जांच में यह पता चला है कि रंगदारी से वसूली गई रकम उसने जयपुर सहित अन्य शहरों में किराए पर लिए हुए फ्लैटों में छुपाकर रखी थी। रंगदारी के तौर पर वसूली गई रकम की बरामदगी को लेकर पुलिस पिछले 2 दिन से उसे राजस्थान लेकर गई हुई है। राजस्थान के भी कई बड़े कारोबारियों से रंगदारी वसूली गई थी। इसी के चलते सितंबर में राजस्थान के नीमराणा में होटल हाईवे किंग पर 32 राउंड फायरिंग कौशल के गुर्गों ने की थी। होटल संचालक से भी 5 करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। जमानत मिलते ही गैंग को खुद संभाला बता दें कि मनीषा चौधरी और गैंगस्टर अमित डागर की पत्नी ट्विंकल को गुरुग्राम की खांडसा मंडी में रंगदारी वसूलने के केस में 2023 में गिरफ्तार किया गया था। यहां 8 महीने से ज्यादा जेल में रहने के बाद मनीषा चौधरी फरवरी 2024 में जमानत पर छूटी थी।

कौशल चौधरी और अमित डागर दोनों गुरुग्राम की भोंडसी जेल में बंद है। मनीषा चौधरी ने भी इसी जेल में 8 महीने गुजारे। जमानत के बाद मनीषा ने कौशल गैंग को सक्रिय किया। इसमें मनीषा के सगे भाई सौरव गाड़ौली, पवन उर्फ शौकीन व दिनेश उर्फ गांधी ने अहम रोल निभाया। ये तीनों विदेश में बैठ कर मनीषा के साथ फिरौती का रैकेट चला रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, मनीषा चौधरी इन तीनों के सीधे टच में थी। यहां से डायरेक्शन मिलने के बाद वह गुर्गों को भेजकर वारदात करवाती थी। गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, मनीषा चौधरी पति कौशल चौधरी व अमित डागर से उस वक्त मुलाकात करती थी जब उन्हें अलग-अलग शहरों में कोर्ट में पेशी पर लाया जाता था।