रोहतक : आईपीएस सुसाइड मामले की जांच कर रही चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी के सदस्य सोमवार को रोहतक की सुनारिया जेल पहुंचे। यहां शराब ठेकेदार से मंथली 2.50 लाख रुपए मांगने के आरोप में पकड़े गए हेड कांस्टेबल सुशील कुमार से कई घंटे पूछताछ की। सुशील पर दर्ज केस में ही वाई पूरन कुमार के नाम का जिक्र था। एसआईटी ने रोहतक आईजी ऑफिस में तैनात जवान श्याम सुंदर व सिक्योरिटी इंचार्ज एसआई सुनील कुमार को भी तलब कर बयान लिए। वहीं, चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने सेक्टर-24 स्थित कोठी पर जाकर आईएएस अमनीत पी. कुमार से 2 घंटे पूछताछ कर बयान दर्ज किए। अमनीत ने वाई पूरन कुमार को अधिकारियों द्वारा जातिगत रूप से मानिसक रूप से प्रताड़ित करने के संबंध में बयान दिया।
चंडीगढ़ पुलिस की डीएसपी गुरजीत कौर व सब इंस्पेक्टर नवीन कुमार सुबह 11 बजे जेल पहुंचे। पहले चरण में सुशील से चार घंटे पूछताछ की गई। इसके बाद दो घंटे आराम करके फिर दो घंटे पूछताछ की गई।
सूत्रों के अनुसार एसआईटी के सामने सुशील कुमार ने खुद को बेकसूर बताया। सुशील के बयान लेने के बाद टीम शाम 7 बजे लौट गई।
शराब ठेकेदार प्रवीण बंसल ने अर्बन एस्टेट थाने में शिकायत दी थी कि सुशील कुमार ने खुद को आईजी पूरण कुमार का खास आदमी बताया और उसने आईजी के नाम पर ढाई लाख रुपये मंथली देने को कहा। इसके बाद पुलिस ने सुशील को 7 अक्तूबर को गिरफ्तार कर लिया और कुछ घंटे बाद आईजी पूरण ने जान दे दी।

















