चरखी दादरी : दादरी जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते 50 फीसदी रबी की फसलें पानी में डूब गई हैं। जलभराव के कारण खासकर बाजरा, कपास, मूंग व धान सहित अन्य फसलों में जड़गलन के कारण काफी नुकसान हुआ है। यहां तक कि फसलें अंकुरित हो गई हैं और हालात ऐसे बन गए हैं कि आगामी रबी फसलों की बिजाई भी प्रभावित होंगी। किसानों ने हालात नहीं सुधरने पर आत्महत्या की बात कही है वहीं कृषि विभाग ने किसानों से ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसलों के नुकसान का ब्यौरा दर्ज करने का आह्वान किया है। ताकि किसानों की फसलों के नुकसान की भरपाई की जा सके।
कृषि विभाग के विषय विशेषज्ञ डा. चंद्रभान श्योराण ने बताया कि बारिश के कारण जलभराव से खरीफ की फसल में जड़ गलन की पूरी संभावना है। वहीं खराब मौसम के कारण जिले में करीब 50 फीसदी तक नुकसान है और पकी हुई फसलों में दाने का अंकुरण शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर नुकसान का ब्यौरा दर्ज करवाए ताकि नुकसान की भरपाई हो सके।
कोई सूध लेने वाला नहीं- पीड़ित किसान
किसान विजय कुमार, रणबीर सिंह व कुलदीप इत्यादि ने बताया कि फसलें पानी में डूबने से बर्बाद हो गई हैं। काई सूध लेने नहीं पहुंचा है हालात ऐसे बन गए कि वे आत्महत्या करने पर मजबूर होंगे। साथ ही सरकार से अरदास लगाते हुए मुआवजा की गुहार लगाई है।
बता दें कि इस सीजन में चरखी दादरी जिला में करीब 500 एमएम बारिश हो चुकी है। जिसके चलते खरीफ की फसलें ज्वार, बाजरा, कपास, मूंग सहित अन्य फसलें पानी में डूब गई हैं। लगातार जलभराव होने के कारण फसलें बर्बाद होने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। दादरी जिला के चारों तरफ फसलों में कई फीट तक पानी जमा है। किसानों ने पानी के बीच फसलों में नुकसान की जानकारी दी।