हरियाणा के अस्पतालों में बढ़ेगी HMPV स्क्रीनिंग

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चंडीगढ़।

हरियाणा में मानव मेटान्यूमोवायरस (HMPV) को लेकर सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। सरकार की ओर से सूबे के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्प्तालों में आरटी-पीसीआर लैब में पूरा स्टाफ रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से सभी जिलों के सीएमओ को एचएमपीवी लक्षण वाले मरीजों का चेकअप अस्पतालों के फ्लू बार्ड में करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को ILI, SARI (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) मामलों के लिए आईसोलेशन वार्ड और फ्लू वार्ड बनाए जाएंगे। सरकार के निर्देश के बाद सभी अस्पतालों में निगरानी बढ़ा दी गई है।

क्या होता है एचएमपीवी वायरस ?

एचएमपीवी और कोरोना दोनों ही ऐसे वायरस है, जो सांस संबंधी परेशानी का कारण बनते हैं। एचएमपीवी एक आरएनएन वायरस है जो न्यूमोविरिडे वायरस परिवार से हैं, जिसके अधिकतर लक्षण रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस ( आरएसवी) के जैसे होते हैं। आरएसवी भारत में होने वाला एक आम वायरस है। इसके केस हर साल आते रहते हैं।

कोविड की बात करें तो यह वायरस कोरोनाविरेड वायरस परिवार से हैं। हालांकि दोनों वायरस के अधिकतर लक्षण एक जैसे ही हैं। इनके फैलने का तरीका भी लगभग एक जैसा ही है।

सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन में वायरस के लक्षण बताए गए हैं। पहला खांसी, बुखार, नाक बहना, गला खराब होना और सांस लेने में परेशानी शामिल है। सरकार की ओर से HMPV से बचाव के तरीके भी बताए गए हैं। लोगों को बताया गया है, हाथ धोकर भोजन करें, संक्रमित के संपर्क में न आएं, खांसी- जुकाम और बुखार होने पर जांच कराएं, बच्चों की विशेष देखभाल करें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है।

कोरोना जैसे वायरस HMPV के देश में 8 केस हो गए हैं। मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर में 2 केस सामने आए। यहां एक 13 साल की लड़की और एक 7 साल का लड़का संक्रमित मिला है।दोनों ही बच्चों को लगातार सर्दी-बुखार था। इसके बाद प्राइवेट लैब की जांच में दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि इन्हें अस्पताल में भर्ती नही करना पड़ा। इलाज के बाद उनकी स्थिति कंट्रोल में है। इससे एक दिन पहले कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, पश्चिम बंगाल और गुजरात में एक-एक केस मिलाकर वायरस के कुल 6 मामले सामने आए थे। इनमें ज्यादातर बच्चे हैं।