सोनीपत : देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन जींद-गोहाना-सोनीपत ट्रैक पर उड़ान भरने को तैयार है। यह ट्रेन पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ परिवहन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। भारत जर्मनी, फ्रांस, स्वीडन और चीन के बाद हाइड्रोजन ट्रेन चलाने वाला पांचवां देश होगा। इस ट्रेन को ईंधन देने के लिए जींद में हाइड्रोजन प्लांट निर्माणाधीन है। वहीं दूसरी ओर ट्रेन का इंजन बनकर तैयार है। जल्द ही रेलवे इस ट्रेन को शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने मंगलवार शाम को अपने एक्स हँडल देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन की झलक दिखाते हुए इसकी विशेषताओं को बताता एक वीडियो शेयर किया। भारतीय रेलवे के सूत्रों ने बताा देश में चलने वाली पहली नई हाइड्रोजन ट्रेन दुनिया की सबसे शक्तिशाली और सबसे लंबी हाइड्रोजन चालित ट्रेन होगी, जो 2,600 यात्रियों को ले जाने में सक्षम होगी। पहली हाइड्रोजन चालित ट्रेन के कोच का हाल ही में चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में परीक्षण पूरा किया गया है।
हाइड्रोजन फ्यूल सेल द्वारा संचालित ये ट्रेन डीजल ट्रेनों के विपरीत इमिशन के रूप में सिर्फ वाटर और हीट जेनरेट करती हैं। आठ कोच वाली ट्रेन एक ऐसी रेलगाड़ी है जो हाइड्रोजन ईंधन सेल तकनीक पर आधारित होगी। यह ट्रेन पारंपरिक डीजल ट्रेनों का एक पर्यावरण एवं अनुकूल विकल्प होगी। हाइड्रोजन ट्रेन में हाइड्रोजन गैस को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाएगा।