चंडीगढ़। हरियाणा में तपती गर्मी के बीच गांवों से लेकर शहर और कस्बों में बिजली कटौती से आमजन त्रस्त है। कहीं ट्रांसमिशन लाइनों में फाल्ट या ट्रांसफार्मर में खराबी के चलते बिजली गुल हो रही है तो कहीं विभाग की ओर से अघोषित कट लगाए जा रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए बिजली मंत्री अनिल विज ने सभी अधीक्षक अभियंताओं को प्रतिदिन रिपोर्ट भेजने का निदेश दिया है। बिजली मंत्री को भेजी जाने वाली दैनिक रिपोर्ट में अधीक्षक अभियंताओं को बताना होगा कि किस वजह से उनके अमुक क्षेत्र में बिजली गई या कट लगाना पड़ा।
अनिल विज ने शनिवार को दिल्ली में मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके निर्देशों के संबंध में यदि किसी अधिकारी ने कोई कोताही बरती तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विज कोताही बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को छोड़ता नहीं है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में पीक सीजन में 16 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत होती है। मांग के अनुसार बिजली आपूर्ति की व्यवस्था की हुई है।विज ने बताया कि उन्होंने बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि प्रतिदिन उन्हें बताया जाए कि प्रत्येक अधीक्षक अभियंता (एसई) के अधिकार क्षेत्र में कितने घंटे बिजली की आपूर्ति नहीं हुई और आपूर्ति न होने के क्या कारण रहे। उन्होंने कहा कि गर्मियों के सीजन को देखते हुए हम पहले से ही तैयारी कर रहे थे। सभी ट्रांसफार्मर का सुदृढीकरण किया गया है। यानी कि जहां पर मांग की तुलना में कम क्षमता का ट्रांसफार्मर लगा हुआ था, वहां उसे बदला गया है। सभी सर्किल में ट्रांसफार्मर बैंक बनाए गए हैं ताकि ट्रांसफार्मर के संबंध में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।