फरीदाबाद: हरियाणा के जिले फरीदाबाद के खेड़ी थाना इलाके में खेड़ी गांव के पास एक अनाथ आश्रम के पीछे खेतों में एक 28 वर्षीय करण नाम के युवक की बोरे में लाश मिली। इसके बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। फिलहाल घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में भिजवा दिया है।
कैसे और क्यों हुई हत्या
इस मामले में मृतक करण उर्फ बिच्छू के भाई संजय ने जानकारी देते हुए बताया कि करण की गांव के ही रहने वाले दीपक और राकेश से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसी कहासुनी के चलते उन्होंने दीपक को जान से मारने की धमकी भी दी थी। संजय के मुताबिक दीपक उनके घर पर 2 दिन पहले आया था और उसने उनके भतीजे रोहित से दीपक को समझा लेने की धमकी दी थी, जब रोहित ने पूछा कि क्या किया है करण, तब उन्होंने बताया कि तुम उसे समझा लो अन्यथा हम उसे जान से मार देंगे। इसके बाद रोहित ने दीपक से हाथ जोड़कर करण की गलती की क्षमता भी मांगी थी, लेकिन दीपक जान से मारने की धमकी देता हुआ घर से चला गया था।
संजय के मुताबिक बीते दो दिन से ही करण लापता था और रविवार की दोपहर 1:30 बजे गांव के ही रहने वाले राकेश का फोन कारण के पिता के पास आया था, जिसने बताया था कि उन्होंने करण की हत्या कर दी है और उसका शव अनाथ आश्रम के पीछे खेतों में पड़ा है। वह या तो उसके शव को जला दें या दफना दें और मामले को वहीं रफा-दफा कर दें यदि पुलिस को यह बात बताई तो अंजाम और बुरा होगा। इसके बाद संजय की खबर सुनकर घबरा गए। उन्होंने यह बात अपने घर में बताई और सीधा वह लोग बीपीटीपी थाने पहुंचे, जहां पर उन्होंने पुलिस को इस घटना के बारे में बताया।
पीड़ित परिवार ने लगाई सुरक्षा की गुहार
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस गांव में पहुंची और दीपक और राकेश को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई, जिसके बाद दीपक ने मौके पर आकर लाश के बारे में बताया और कहा कि उसने ही करण की पीट-पीट कर हत्या की है, यदि इस मामले में समझौता नहीं किया तो अंजाम और बुरा होगा। मृतक के भाई संजय ने अब अपने परिवार को आरोपियों से जान का खतरा बताया है। इसलिए उन्होंने पुलिस से सुरक्षा के गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि आरोपी परिवार जाट समुदाय से आता है और दबंग है। इसलिए उन्हें और उनके परिवार को उनसे जान का खतरा है। वहीं उन्हें पुलिस और कानून पर भी पूरा भरोसा है।
इस मामले में दूसरे आरोपी पक्ष की तरफ से घटना स्थल पर ही आए रमेश ने बताया कि बीते 2 दिन पहले मृतक करण ने उनकी 13 साल की भतीजी के साथ स्कूल जाते समय छेड़छाड़ की थी। इस छेड़छाड़ के दौरान एक दूधिया मौके पर आ गया, जिसने उनकी भतीजी को करण से छुड़ाया। करण जबरन उनकी भतीजी को साइकिल पर बैठना चाहता था। यदि दूधिया समय पर ना आता तो शायद उनकी भतीजी के साथ कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी। वहीं, रमेश के मुताबिक आरोपी करण इससे पहले भी उनकी भाभी के साथ छेड़छाड़ कर चुका था।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
रमेश ने बताया कि उनके भतीजे ने पहले गुस्से में आकर करण की पिटाई की थी। ज्यादा पिटाई होने पर जब करण ने उसे पानी मांगा तो वह उसे पानी पिलाकर उसे जिंदा छोड़कर चला गया था, लेकिन कुछ देर बाद उसके दोस्त नवीन ने मौके पर आकर देखा तो करण की मौत हो चुकी थी, जब रमेश से पूछा गया कि इस तरह से युवक को किडनैप कर पीटना कहां तक कानून सही है तो और रमेश तैश में आ गया और हत्या की वारदात को कबूलते हुए कहा कि उनके भतीजे दीपक ने ही करण की हत्या की है। फिलहाल इस मामले में बीटीपी थाना पुलिस ने दीपक और राकेश को हिरासत में ले लिया है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है और पूरे मामले की जांच में जुट गई है।