सोनीपत/रेवाड़ी: हरियाणा के दो अलग-अलग जिलों से अपराध के दो अलग-अलग मामले सामने आए हैं. अपराधियों को कानून का जरा भी खौफ नहीं है और यही वजह है कि राज्य में क्राइम ग्राफ बढ़ता जा रहा है. बात सोनीपत की करते हैं, जहां जमीन के लिए बहु ने अपनी सास को मौत के घाट उतार दिया. मामला सोनीपत के पीपलखेड़ा गांव का है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की हत्या का खुलासा हुआ है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है.
‘घर पर महिला की हत्या’
सोनीपत बड़ी थाना प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि “21 अगस्त को सूचना मिली थी कि गांव पीपली खेड़ा निवासी किताबो देवी अपने घर में मृत अवस्था में पड़ी है. पुलिस को शव फर्श पर पड़ा मिला. किताबो के नाक और मुंह से खून बह रहा था. किताबो के बेटे प्रवीण ने पुलिस को बताया था कि वह बड़ी औद्योगिक क्षेत्र में सिक्योरिटी गार्ड है. वह तथा उनकी पत्नी अनीता घटना के समय ड्यूटी पर गए थे. दोपहर 2.30 बजे उन्हें मां का शव फर्श पर पड़ा होने का पता लगा था”.
‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुला हत्या का राज’
पुलिस ने बताया कि “शव को पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल सोनीपत भेजा था. पोस्टमार्टम व जांच रिपोर्ट में किताबो देवी की मौत सिर पर वार होना बताया गया था. इसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. पूछताछ करने पर मृत महिला की तीन बेटियों ने अपनी भाभी अनीता पर हत्या का संदेह जताया था. उनका कहना था कि 20 अगस्त को अनीता ने उनकी मां किताबो देवी के साथ झगड़ा किया था. मां ने फोन कर उन्हें इसकी जानकारी दी थी. मां ने कहा था कि यदि फिर विवाद हुआ तो वह अपनी जमीन बेटियों के नाम कर देगी. अगले ही दिन उनकी मां संदिग्ध हालत में मृत पाई गई थी”.
‘आरोपी बहु ने कबूल किया जुर्म’
थाना प्रभारी महेश कुमार ने पुलिस टीम के साथ जांच की तो आरोपी अनीता पर संदेह गहराया. पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर अनीता को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि “अनीता ने सोटा से हमला कर अपनी सास की हत्या करने की बात कबूली है. आरोपी ने सोटा कहीं छुपा रखा है. पुलिस उसे बरामद करेगी. पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि उसकी सास जमीन बेचना चाहती थी. जिसको लेकर उसने उसकी हत्या कर दी”.
रेवाड़ी में दो बच्चा चोर गिरफ्तार
वहीं, बात अब रेवाड़ी की जहां सिविल अस्पताल में एक शिशु का अपहरण करने की कोशिश में दो महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी महिलाएं राजस्थान की रहने वाली हैं. पुलिस ने दोनों महिलाओं को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जिला के गांव चिता डूंगरा की एक महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि “उसकी बेटी मधुबाला को डिलीवरी के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया था”.
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया
“30 अगस्त को मधुबाला की ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी. उसने लड़की को जन्म दिया था. बाद में डॉक्टरों ने मधुबाला को वार्ड में शिफ्ट कर दिया. जबकि नवजात बच्ची को एसएनसीयू वार्ड में दाखिल कर लिया गया. बच्ची की देखभाल वह खुद कर रही थी. 1 सितंबर को शाम के समय दो महिलाएं वार्ड के आसपास घूम रही थी. दोनों ने मधुबाला की बच्ची को उठा लिया. जब दोनों बच्ची को लेकर चलने लगी तो उसने पूछा कि क्या यह बच्चा तुम्हारा है. दोनों ने कहा यह बच्चा उनका है. उसने पूछा की लड़की है या लड़का, महिलाओं ने नवजात को लड़का बताया. रेणू ने कहा कि यह तो उसकी दोहती है. तो दोनों महिलाओं ने अस्पताल कार्ड दिखाते हुए कहा कि उनका बच्ची भी यहीं पर दाखिल है. उसने नवजात को वहीं पर लिटा दिया”.
पुलिस कर रही पूछताछ
इसके बाद, महिला ने नर्सिंग स्टाफ को इसकी सूचना दी तो दोनों महिलाओं का अस्पताल में कोई रिकॉर्ड नहीं मिला. पूछताछ करने पर महिलाओं ने अपना नाम नगीता और कमलेश बताया. डीएसपी रविंद्र कुमार ने बताया कि “पुलिस को एक सूचना मिली थी कि रेवाड़ी के नागरिक अस्पताल से एक नवजात शिशु को दो महिलाएं अपहरण कर ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. तुरंत प्रभाव से दोनों महिलाओं को मौके पर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया. दोनों महिलाओं से पूछताछ की जा रही है”.