रेलूराम हत्याकांड में भतीजे ने पुलिस को चेताया, जान को खतरा

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हिसार : पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया परिवार हत्याकांड को लेकर उनकी बेटी दोषी सोनिया और दामाद संजीव करनाल जेल से अंतरिम जमानत पर बाहर आ गए हैं। उनकी रिहाई को लेकर रेलूराम के भतीजे जितेंद्र ने अपनी और परिवार की जान को खतरा बताया है।

जितेंद्र ने सुरक्षा की मांग को लेकर सोमवार को पुलिस अधीक्षक को ई-मेल की थी। उसके बाद सुरक्षा के तौर पर एक जिप्सी घर के बाहर तैनात की गई थी। जितेंद्र बुधवार को दोबारा पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन से मिले और सुरक्षा की मांग की। जितेंद्र ने पुलिस अधीक्षक को बताया कि रविवार रात को 2 गाड़ियां घर के बाहर चक्कर लगा रही थी। उन गाड़ियों में हथियार थे। दोनों गाड़ियां घर के बाहर लगे सी.सी.टी.वी. में कैद हो गई। एक युवक गाड़ी से उतरकर नीचे आया था। उनका कहना है कि सोनिया और संजीव ने 8 हत्याएं की थीं। अब उनके जेल से बाहर आने के बाद मुझे और परिजनों को जान का खतरा बना हुआ है।

पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया समेत 8 लोगों की हत्या के जुर्म में 24 साल से सोनिया और संजीव जेल काट रहे थे। संजीव को शनिवार को करनाल जेल से 2 महीने की अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया। मंगलवार को सोनिया को 2 महीने की अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया।