विश्व दिव्यांग दिवस पर भिवानी में भारत–नेपाल दिव्यांग यूनिटी कप का शुभारंभ, खिलाड़ियों में दिखा उत्साह

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भिवानी: विश्व दिव्यांग दिवस के मौके पर भिवानी के जी लिट्रा वैली ग्राउंड में भारत और नेपाल के बीच तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय टी-20 दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता का आगाज हुआ. फिजिकल चैलेंज्ड क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट में दोनों देशों के विभिन्न राज्यों से चयनित दिव्यांग खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. तीन दिवसीय यह प्रतियोगिता दिव्यांग खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय मंच उपलब्ध कराने और उनकी खेल प्रतिभा को पहचान दिलाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है.

टॉस जीतकर नेपाल ने चुनी गेंदबाज: प्रतियोगिता के पहले दिन भारतीय टीम के कप्तान तुशार और नेपाल टीम के कप्तान रामप्रसाद खेरे के बीच टॉस कराया गया, जिसमें नेपाल ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का निर्णय लिया. मैच की शुरुआत होते ही दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसे देख दर्शक उत्साह से भर उठे. मैदान में मौजूद दर्शकों ने दिव्यांग खिलाड़ियों के जज्बे और जुनून को सराहा और उनका उत्साहवर्धन किया.

नेताओं और अधिकारियों ने दी शुभकामनाएं: कार्यक्रम के शुभारंभ पर भिवानी के विधायक और एसोसिएशन के चेयरमैन घनश्याम सर्राफ तथा एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र लोहिया ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि, “दिव्यांगजनों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार और विभिन्न संस्थाएं निरंतर प्रयासरत हैं. इसी दिशा में PCCAI ने भारत–नेपाल यूनिटी दिव्यांग क्रिकेट कप आयोजित कर एक बड़ी पहल की है. इससे खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिल रहा है.”

दिव्यांग क्रिकेट को मिल रही विश्व स्तर पर पहचान: विधायक घनश्याम सर्राफ ने बताया कि, “दिव्यांग क्रिकेट को अब विश्व स्तर पर एक अलग पहचान मिल रही है. भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम इस वर्ष इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान में इंग्लैंड को हराकर टूर्नामेंट जीत चुकी है, जो देश और दिव्यांग समुदाय दोनों के लिए गर्व की बात है. साल 2026 के मार्च माह में हैदराबाद में भारत–दुबई अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इसके अतिरिक्त मई–जून में नेपाल के काठमांडू में भारत और नेपाल के बीच फिर से अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट मैच खेले जाएंगे.”

समाज में दिव्यांगों को समानता के स्तर पर लाने का प्रयास: नेपाल के कप्तान रामप्रसाद खेरे ने कहा कि, “भारत के साथ खेलने का यह अवसर न केवल खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय मंच देता है, बल्कि समाज में दिव्यांगों को समानता के स्तर पर लाने का प्रयास भी है. नेपाल ने 2017–18 में अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट की शुरुआत की थी और तब से उनकी टीम इस खेल में निरंतर प्रगति कर रही है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट को अभी और सुधार और समर्थन की आवश्यकता है.”

राज्य और केंद्र सरकार दे रही बढ़ावा: डिसेबल्ड क्रिकेट स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ हरियाणा के अध्यक्ष एस.एस. मान और PCCAI के उपाध्यक्ष सचिन जैन ने बताया कि, “दिव्यांग क्रिकेट को लेकर राज्य और केंद्र सरकार लगातार कदम उठा रही हैं. सामाजिक संस्थाएं भी इस खेल को प्रोत्साहित कर रही हैं, जिसकी वजह से आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दिव्यांग क्रिकेट मैचों का आयोजन संभव हो पाया है. विश्व दिव्यांग दिवस पर आयोजित यह टूर्नामेंट दिव्यांग खिलाड़ियों के आत्मविश्वास और पहचान को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएगा.”

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बढ़ा उत्साह: मैच के दौरान खिलाड़ियों के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिनमें कलाकारों ने देशभक्ति और एकता पर आधारित प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया. खिलाड़ियों ने मैदान पर अपनी पूरी क्षमता से खेलते हुए यह संदेश दिया कि दिव्यांगता कभी भी किसी की प्रतिभा, जुनून और सपनों को सीमित नहीं कर सकती.