यमुनानगर में आज से शुरू हुआ अंतर्राज्यीय कपाल मोचन मेला, कड़े सुरक्षा इंतजाम, जानें इस बार क्या है खास

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यमुनानगर: जिले में आज से ऐतिहासिक कपाल मोचन मेला की शुरुआत हो चुकी है. इस बार मेले को लेकर प्रशासन ने खास तैयारियां की है. एक दिन पहले एडीसी नवीन आहूजा ने मेला परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्था को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त हिदायतें दीं थी. विशेष रूप से मेला परिसर को पॉलिथिन मुक्त बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.

2500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात: प्रशासन ने मेले की व्यवस्थाओं के लिए लगभग एक महीने से तैयारी शुरू कर दी थी. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कपाल मोचन तीर्थ के तीनों सरोवर की साफ-सफाई कर उन्हें भरपूर साफ पानी से भरा गया है. श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 2500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.

मेला क्षेत्र को चार सेक्टर में बांटा गया: इस बारे में जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मेला क्षेत्र को चार सेक्टर में बांटा गया है और 10 अस्थाई पुलिस चौकियां बनाई गई हैं. इसके अलावा, बड़े वाहनों के लिए रूट डायवर्जन का इंतजाम किया गया है. मेला परिसर में 18 पुलिस नाके और 13 पार्किंग स्थल भी बनाए गए हैं. सुरक्षा की निगरानी के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से 24 घंटे व्यवस्था पर नजर रखी जाएगी.

लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद: वहीं, एडीसी नवीन आहूजा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर साल लाखों श्रद्धालु कपाल मोचन तीर्थ में स्नान करने आते हैं. इस बार भी लगभग 7 से 8 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.

पिछले साल पहुंचे थे भगवंत मान की माता: दरअसल, यमुनानगर में कपाल मोचन मेला न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. ऐतिहासिक स्थल पर हर साल पंजाब सहित देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु पहुंचते हैं. बीते साल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवत सिंह मान की माता भी इस मेले में स्नान के लिए आई थीं. प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पिछले साल से भी अधिक होगी.

अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त निर्देश: इस बार मेला परिसर में साफ-सफाई, यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान रखा गया है. श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो. प्रशासन ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे पूरी सतर्कता के साथ अपने दायित्व निभाएं और श्रद्धालुओं को सुरक्षा और सुविधा के साथ धार्मिक अनुभव का आनंद लेने दें.

कुल मिलाकर यमुनानगर के कपाल मोचन में अंतर्राज्यीय मेला धार्मिक श्रद्धा का केंद्र बनकर इस साल भी श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा. प्रशासन की कड़ी तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्थाओं के साथ यह मेला व्यवस्थित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने की संभावना है.