‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ कार्यक्रम में IPS विकास वैभव बोले- पूर्वजों से लें प्रेरणा

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बिहार के सुपौल जिले के निर्मली में ‘लेट्स इंस्पायर बिहार’ अभियान के तहत समन्वयक (कोऑर्डिनेटर) कुमार भागवत के नेतृत्व में युवा संवाद का आयोजित किया गया. जिसके बाद बिहार के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों का उत्साह देखकर मेरा मन भविष्य को लेकर अत्यंत आशान्वित हो रहा था. उनको संबोधित करते हुए मैंने 2047 तक विकसित भारत में विकसित बिहार के निर्माण के लिए शिक्षा और उद्यमिता की क्रांति लाने के लिए सकारात्मक प्रयास करने का आह्वान किया.

उन्होंने कहा कि बिहार के इस सुदूर क्षेत्र में भी युवाओं में लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के संदेशों के प्रभाव को देखकर प्रसन्नता हुई. मन से मन को जोड़ने वाले वेदांत के संदेशों को विस्तारपूर्वक साझा करते हुए मैंने सभी को बिहार के पूर्वजों के नजरिए को समझाने का प्रयास किया. विकास वैभव ने कहा कि भविष्य निर्माण के लिए जाति-संप्रदाय, लिंगभेद और विचारधारात्मक मतभेदों से ऊपर उठकर व्यक्ति को व्यक्ति से जोड़कर संगठित करने की आवश्यकता है.

बिहार का विकसित होना बेहद आवश्यक

उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत के विकसित राष्ट्र बनने के लिए बिहार का विकसित होना बेहद आवश्यक है. उन्होंने कहा कि एक ऐसे विकसित बिहार की आवश्यकता है, जिसमें शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के लिए किसी को कहीं और जाने की जरुरत न हो. इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है अपने ही पूर्वजों से प्रेरणा ग्रहण करते हुए जाति-संप्रदाय, लिंगभेद से ऊपर उठकर शिक्षा, समता और उद्यमिता के मूल मंत्रों के साथ योगदान देना.

विकास के लिए सबसे बड़ा सामाजिक आंदोलन

2,50,000+ सीधे रूप से जुड़े सदस्यों के साथ लेट्स इंस्पायर बिहार आज बिहार के विकास के लिए सबसे बड़ा सामाजिक आंदोलन बन चुका है, जिसके अंतर्गत बिहार के 14 जिलों में 27 निःशुल्क केंद्र स्थापित हो चुके हैं और 600+ स्टार्टअप्स भी सीधे रूप से जुड़कर आगे बढ़ रहे हैं. डॉक्टरों द्वारा आयोजित 300 से ज्यादा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों में 50,000 से अधिक लोग लाभान्वित हो चुके हैं.

विकसित बिहार 2047 का विजन रिलीज

इसके अलावा समाजसेवियों द्वारा अनेक सामाजिक गतिविधियां आयोजित की जाती रहीं हैं. स्टार्ट-अप समिट 2025 में विकसित बिहार @ 2047 का विजन रिलीज किया जा चुका है, जिसको सफल बनाने के लिए 2028 तक बिहार के हर पंचायत में अध्यायों की स्थापना के साथ-साथ हर जिले में अभियान के माध्यम से 100 से ज्यादा व्यक्तियों को रोजगार देने वाले कम से कम 5 स्टार्ट-अप्स को भी स्थापित करने का लक्ष्य है. लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाने की आवश्यकता है.