क्या सच में नहीं है हरियाणा की शराब में दम? जानिये इस दावे का असल सच्चाई

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विदेशी शराबों का भी खूब चलन है लेकिन अक्सर यह सुनने को मिलता है कि हरियाणा में बनने वाली शराब पीने के बाद नशा नहीं होता। तो आखिर इस दावे में कितनी सच्चाई है?

दरअसल ऐसा कोई वैज्ञानिक या आधिकारिक दावा नहीं है कि हरियाणा ब्रांड की शराब पीने के बाद नशा नहीं होता। शराब का असर हर व्यक्ति पर अलग-अलग हो सकता है। यह कई बातों पर निर्भर करता है जिसमें व्यक्ति का शारीरिक स्वास्थ्य, वजन और पीने की आदतें शामिल हैं।

शराब पीने के बाद उसका असर मुख्य रूप से उसमें मौजूद एल्कोहल की मात्रा पर निर्भर करता है। जिस शराब में एल्कोहल की मात्रा जितनी ज्यादा होगी उसका नशा उतना ही तेज होगा। विभिन्न प्रकार की शराबों में एल्कोहल की मात्रा अलग-अलग होती है चाहे वह हरियाणा में बनी हो या कहीं और। इसके अलावा आपके शरीर की स्थिति भी नशे पर असर डालती है। अगर आपका शरीर डिहाइड्रेटेड है (पानी की कमी है) तो शराब का नशा जल्दी और ज्यादा हो सकता है। वहीं अगर आपने खाने से पहले या खाने के दौरान शराब पी है तो नशे का असर थोड़ा कम हो सकता है क्योंकि खाना एल्कोहल के अवशोषण को धीमा कर देता है।

अब बात करते हैं हरियाणा की मशहूर शराब की – इन्द्री सिंगल माल्ट व्हिस्की। क्या आप जानते हैं कि इसमें एल्कोहल की मात्रा कितनी होती है? इन्द्री एक प्रीमियम सिंगल माल्ट व्हिस्की है जो हरियाणा में ही बनती है और इसमें एल्कोहल की मात्रा प्रभावशाली रूप से 63% तक होती है। और यह सिर्फ एक आम शराब नहीं है। हरियाणा की इसी इन्द्री सिंगल माल्ट व्हिस्की को विश्व की सर्वश्रेष्ठ व्हिस्की के खिताब से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा भी हरियाणा में कई अन्य तरह की शराबें बनती हैं जिनमें एल्कोहल की मात्रा अलग-अलग हो सकती है।

इन्द्री सिंगल माल्ट व्हिस्की में 63% एल्कोहल की मात्रा होने के बावजूद यह कहना कि हरियाणा ब्रांड की शराब ज्यादा नशा नहीं करती बिल्कुल सही नहीं है। एल्कोहल की इतनी उच्च मात्रा निश्चित रूप से अच्छा खासा नशा दे सकती है। हो सकता है कि कुछ लोगों का अनुभव अलग रहा हो लेकिन वैज्ञानिक रूप से यह कहना गलत है कि हरियाणा की शराब में दम नहीं होता। तो अगली बार अगर कोई ऐसा दावा करे तो उन्हें इन्द्री सिंगल माल्ट व्हिस्की की ताकत जरूर याद दिलाएं।