कर्नाटक के धर्मस्थल सामूहिक दफनाने के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है. पुत्तूर तालुक के इचलमपडी गांव के जयंत नाम के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने दावा किया कि 15 साल पहले उसने एक लड़की के शव को प्रक्रिया के उल्लंघन में दफन करते हुए देखा था. उन्होंने धर्मस्थल-उजीरे में एक लड़की के सड़ चुके शव को दफनाते हुए देखा था.
जयंत जिनकी उम्र 48 है, उन्होंने 2 अगस्त को बेल्थांगडी तालुक में एसआईटी के ऑफिस में जाकर मुलाकात की. और मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के लिए वापस बुलाया है. उन्होंने कहा कि मैंने उस लड़की के शव को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन किए दफनाते हुए देखा है. जिसका शव सड़ी हुई स्थिति में था. उस लड़की की हत्या हुई या नहीं, ये मुझे नहीं पता.