हिमाचल से हरियाणा लाई जा रही थी खैर की लकड़ी, यमुनानगर वन विभाग ने किया जब्त, तस्कर गाड़ी छोड़कर हुए फरार

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यमुनानगर: यमुनानगर वन विभाग की टीम ने हिमाचल से हरियाणा लाई जा रही खैर की लकड़ी से भरी एक पिकअप वाहन को जब्त कर लिया है. वन विभाग की टीम को देख तस्कर वाहन और लकड़ी छोड़ मौके से फरार हो गए. जब्त लकड़ी की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है.

वाहन छोड़ फरार हुए तस्कर

 इस बारे में छछरौली वन विभाग के रेंजर बलजीत सिंह ने बताया कि, “हिमाचल वन विभाग से सूचना मिली थी कि हिमाचल के गांव पलहोड़ी से एक पिकअप खैर की लकड़ी लेकर हरियाणा में आ रही है. सूचना के आधार पर हरियाणा-हिमाचल बॉर्डर पर नाकाबंदी की गई. नाकाबंदी के दौरान एक संदिग्ध पिकअप ने टीम को देखकर अपनी दिशा बदल ली और नगली गांव की ओर रुख किया. यमुनानगर वन विभाग की टीम ने उसका पीछा किया, लेकिन तस्कर नगली गांव में पिकअप वाहन छोड़कर फरार हो गए.”

हिमाचल वन विभाग को सौंपी गई जब्त लकड़ी और वाहन

आगे बलजीत सिंह ने बताया कि, “गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें बेशकीमती खैर की लकड़ी भरी मिली, जिसकी कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है. मामले की सूचना तुरंत हिमाचल वन विभाग को दी गई और आगे की जांच के लिए वाहन समेत लकड़ी उन्हें सौंप दी गई है. यह मामला हिमाचल प्रदेश का है, इसलिए आगे की कार्रवाई वहां की वन विभाग टीम द्वारा की जाएगी.”

बता दें कि हरियाणा और हिमाचल की शिवालिक पहाड़ियों में खैर के पेड़ों की संख्या काफी अधिक है. दशकों से तस्कर इस बहुमूल्य लकड़ी की अवैध कटाई और तस्करी करते आ रहे हैं. वन विभाग की ओर से लगातार कार्रवाई भी होती है. हालांकि तस्कर किसी न किसी तरीके से तस्करी करते रहते हैं.