खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स: ड्राइवर की बेटी की जीत, पिता ने जताया गर्व

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अंबाला: हरियाणा के अंबाला की 23 वर्षीय बॉक्सर नीतिका लांबा ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में ब्रॉन्ज मेडल जीता है. बीते महीने राजस्थान के भरतपुर में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 का आयोजन किया गया था. बॉक्सिंग के 48 किलो भार वर्ग में नीतिका लांबा ने ब्रॉन्ज मेडल जीता. बेटी की इस जीत पर पिता कर्मवीर सिंह लांबा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा “किसी को अपने धन-दौलत पर घमंड होगा, किसी को अपने बेटों पर, लेकिन मुझे अपनी बेटियों पर घमंड है.”

अंबाला में ड्राइवर हैं नीतिका के पिता: कर्मवीर सिंह लांबा मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले हैं. फिलहाल वो अंबाला कैंटोनमेंट बोर्ड में ड्राइवर हैं. कर्मवीर सिंह लांबा की तीन बेटियां हैं. जिनमें से दो बेटियां नीतिका और कल्पना बॉक्सिंग खेलती हैं. बड़ी बेटी 23 वर्षीय नीतिका ने हाल ही में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में बॉन्ज मेडल जीतकर अंबाला और हरियाणा का नाम रोशन किया है, कल्पना रोहतक में BA की पढ़ाई के साथ-साथ अभ्यास कर रही है और नेशनल और इंटरनेशनल खेलकर गोल्ड मेडल जीत चुकी है. एक बेटी अभी छोटी है, वो सातवीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है.

‘मुझे बेटियों पर घमंड’: कर्मवीर सिंह लांबा ने बताया कि “मैं कैंटोनमेंट बोर्ड में ड्राइवर की नौकरी करता हूं. मेरी दोनों बड़ी बेटियों ने बॉक्सिंग में 100 से 150 मेडल जीते हैं. बेटी नीतिका ने हाल ही में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी बॉक्सिंग गेम में ब्रॉन्ज मेडल जीता है और कल्पना भी नेशनल में दो-तीन बार गोल्ड मेडल जीत चुकी है. एशिया में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी है. हर किसी को किसी न किसी बात को लेकर घमंड होता है, जैसे किसी को बेटों का, तो किसी को धन का और मुझे भी मेरी बेटियों का घमंड है.”

ओलंपिक में मेडल जीतना लक्ष्य: खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली नीतिका लांबा ने कहा कि “मैं पिछले 8 वर्षों से बॉक्सिंग खेल रही हूं. अभी हाल ही में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में मैंने ब्रॉन्ज मेडल जीता है. हम तीन बहनें हैं. जिनमें से दो बॉक्सिंग की खिलाड़ी हैं. छोटी बहन भी अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग में गोल्ड मेडलिस्ट हैं. आने वाले समय में हम दोनों देश के प्रति खेलना चाहती हैं. ओलंपिक में मेडल जीतना दोनों का लक्ष्य है.”