नारनौल: नौतपा की शुरुआत 25 मई से होगी, लेकिन इससे पहले ही महेंद्रगढ़ जिला तपने लगा है। महेंद्रगढ़ जिले में मई महीने का पहली बार अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इससे आमजन की गर्मी से हालत दयनीय हो गई है और लोगों को भारी परेशानियां इस भीषण गर्मी में झेलनी पड़ रही है। तेज गर्मी के चलते लोग अब घरों से बाहर निकलने में भी सोचने लगे हैं बहुत जरूरी काम होने पर घरों से बाहर निकल रहे हैं
जिले में 45 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज
मई महीने के पहले और दूसरे सप्ताह में 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही तापमान दर्ज किया जा रहा था। लेकिन लगातार इसके बाद तीसरे सप्ताह में तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली और अब महेंद्रगढ़ जिले का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में रोहतक का दिन का तापमान 45.3 डिग्री सेल्सियस प्रथम स्थान पर रहा जबकि महेंद्रगढ़ जिले का 45 डिग्री सेल्सियस तापमान द्वितीय और हिसार का 44.8 डिग्री सेल्सियस तापमान तृतीय स्थान पर हरियाणा में रहा है।
वीओ: मौसम विशेषज्ञ डॉक्टर चंद्र मोहन ने बताया कि थार रेगिस्तान की तरफ से पश्चिम उष्ण तीक्ष्ण शुष्क और गर्म हवाओं के आगाज और सूर्य देव की चटक चमकदार धूप ने गर्मी के तेवरों को प्रचंड बना दिया है। वातावरण में धीरे-धीरे यह हवा नमी को सोख रही है। सुबह से ही 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम दिशा से धरातलीय हवाएं चलने लगती है जो दोपहर होते-होते उष्ण गर्म हवाओं यानी कि हीट वेव और लू के रूप में तब्दील होकर झुलसाने वाली गर्मी का आमजन को एहसास करवा रही है।
दोपहर को बाजारों में सन्नाटा पसरा
तेज गर्मी और गर्म हवाओं के चलने के कारण दोपहर को बाजारों में सन्नाटा पसरा रहता है और लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बाजारों में दुकानदार भी ग्राहकों के इंतजार करते नजर आते हैं। भीषण गर्मी के कारण गर्म हवाएं, लू, झुलसा देने वाली गर्मी से जिन लोगों का दुर्लभ हो गया है। डिहाइड्रेशन, लू लगना, पेट खराब होना, फूड प्वाइजन की शिकायत लगातार लोगों को बनी हुई है। भीषण गर्मी के चलते रात को कुलर की हवा भी फेल हो रही है।
गर्मी में बढ़ रही ये बीमारियां
गर्मी में डायरिया, हैजा, टाइफाइड जैसे रोगों की संभावनाएं काफी बढ़ने लगी है। लोगों को रोगों से बचने के लिए खान-पान में सावधानी बरतनी चाहिए। धूप में बचाव के लिए गमछा का इस्तेमाल करना चाहिए और इतना ही नहीं इतनी भीषण गर्मी से सिर्फ लोग ही परेशान नहीं है बल्कि पशु पक्षी भी परेशान है बढ़ते तापमान के कारण लोग गर्मी से राहत पाने के लिए तरल पदार्थ का सेवन कर रहे हैं आइसक्रीम गने का रस और शिकंजी पीकर कुछ राहत मिल जाए इस उम्मीद के साथ घर से बाहर निकलने वाले लोग इन पदार्थों का सेवन कर गर्मी से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं वहीं तेज गर्मी के चलते अब ठंडे पेय पदार्थ की बिक्री भी बढ़ने लगी है जहां बिक्री बढ़ने से दुकानदार खुश है तो वहीं तेज गर्मी के चलते आम राहगीर परेशान दिखाई दे रहे हैं।