कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र में मारकंडा नदी पूरे उफान पर है. नदी का पानी कई गांवों और खेतों में भर गया है. मारकंडा नदी से सटे खेतों में पानी ही पानी नजर आ रहा है. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है. वहीं, शहरों में भी पानी ही पानी नजर आ रहा है. इस बीच मुसलाधार हो रही बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. लोगों के घरों में भी पानी घुस गया है.
सड़कों पर लगा लंबा जाम:
जिले में लगातार हो रही बरिश के बाद हालात बद से बदतर हो गए हैं. कुरुक्षेत्र का शहरी क्षेत्र पानी में डूबा हुआ है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही सड़कों पर बरसात का पानी जमा होने से लंबा जाम लगा हुआ है. जो सफर लोग कुछ मिनटों में तय करते थे, वो सफर जलजमाव के कारण लोग घंटों में तय कर रहे हैं.
दुकानों में घुसा पानी:
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के थर्ड ग्रेट के सामने भी दुकानों में पानी भरा हुआ है. पानी की वजह से वहां सड़क पर लंबा जाम भी लगा हुआ है. मुख्य मार्केट सहित कुरुक्षेत्र के अलग-अलग एरिया में दुकानों के अंदर पानी घुस गया है. फिलहाल बाढ़ का पानी कुरूक्षेत्र सिटी के अंदर नहीं आया है, लेकिन बरसात ने हालत बिगाड़ दिए हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि कुरुक्षेत्र के प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है.
गांवों और खेतों की हालत बद से बदतर:
वहीं, खेतों और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भरा होने से किसानों की फसल बर्बाद हो गयी है. यहां कई फीट तक खेतों में पानी भरा हुआ है. कई गांव पानी में डूबा हुआ है. जलजमाव के कारण लोगों को एक जगह से दूसरे जगह जाना मुश्किल हो गया है.
शाहबाद में बाढ़ जैसे हालात:
बात अगर कुरूक्षेत्र के शाहाबाद की करें तो यहां भी पानी-पानी दिख रहा है. यहां मारकंडा नदी का पानी भर जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. कुरूक्षेत्र के शाहाबाद के मारकंडा के कुछ दृश्य को ड्रोन से कैप्चर की गई. ड्रोन से ली गई वीडियो में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि शाहाबाद में यहां बाढ़ जैसे हालात हैं. यहां पानी ही पानी नजर आ रहा है. यहां जलजमाव ने लोगों की समस्या को और भी बढ़ा दिया है. वहीं, प्रशासन की ओर से लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी गई है.
बता दें कि साल 2023 में जब बाढ़ आई थी, उस समय भी कुरुक्षेत्र के कई इलाकों में पानी नहीं आया था. हालांकि इस साल बरसात से उन स्थानों पर और कॉलोनी में खाली प्लॉट में भी करीब चार-चार फीट पानी भर गया है. बात अगर गलियों की करें तो यहां भी पानी पानी नजर आ रहा है.