मारकंडा ने मचाई तबाही, बांध टूटने के बाद बढ़ा नरवाना ब्रांच भाखड़ा का जलस्तर, बीबीपुर झील में पानी छोड़ने को लेकर बवाल

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कुरुक्षेत्र: इस भीषण बरसात में मैदानी इलाकों में चारों ओर पानी की मार पड़ने लगी है. कुरुक्षेत्र के शाहाबाद से लेकर पिहोवा तक मारकंडा नदी ने तबाही मचाई हुई है. साथ ही नरवाना ब्रांच भाखड़ा भी डराने लगी है. भाखड़ा नहर में पानी का जलस्तर बढ़ गया है, इसके भी चैनल खोले गए हैं. नरवाना ब्रांच भाखड़ा नहर का पानी बीबीपुर झील में छोड़ने को लेकर प्रशासन और किसान आमने-सामने नजर आए.

किसान-प्रशासन के बीच टकराव की वजह

 बता दें कि पहाड़ों पर हो रही बरसात के कारण नहर का जलस्तर खतरे के निशान पर बह रहा है. पानी को ओवरफ्लो होने से रोकने के लिए प्रशासन ने नरवाना ब्रांच का पानी बीबीपुर झील में छोड़ना चाहता था. लेकिन जिन किसानों की जमीन झील में लगती है, वे किसान पानी न छोड़ने की जिद पर अड़े थे. इसके बाद प्रशासन दलबल के साथ पहुंचा और माहौल तनावपूर्ण नजर आया.

किसानों और अधिकारियों की बातचीत’

 किसानों ने बताया कि “प्रशासन और किसानों के बीच अब शांति बनी हुई है. प्रशासन के सभी उच्च अधिकारी किसानों से बातचीत करने पहुंचे थे. इसके बाद सहमति बनेगी, कि यदि नरवाना ब्रांच नहर में पानी बढ़ता है तो धीरे-धीरे बीबीपुर झील की तरफ पानी की निकासी को बढ़ा दिया जाएगा. अगर पानी कम होता है तो जल्द ही बीबीपुर झील की तरफ से बंद कर दिया जाएगा. पहाड़ों पर बरसात थोड़ी कम हो रही है, जिसके चलते नरवाना ब्रांच नहर का पानी भी कम हो रहा है. उम्मीद है कि जल्दी हालात सामान्य होंगे“.

मारकंडा नदी का टूटा बांध

किसानों का कहना है कि “अब हालात ठीक है. प्रशासन से बातचीत कर बीबीपुर झील में भाखड़ा नहर से दो गेट खोल दिए गए हैं. हालांकि प्रशासन में शाम के समय कुरुक्षेत्र शहर को लेकर अलर्ट जारी किया गया था. प्रशासन ने बताया था कि पीछे से कुरुक्षेत्र की तरफ ज्यादा पानी आ रहा है. क्योंकि मारकंडा नदी का बांध टूट गया था. पीछे से टांगरी नदी और घग्गर नदी का पानी भी कुरुक्षेत्र की ओर बढ़ रहा था. इसको लेकर किसान चिंतित थे. लेकिन अब हालात सामान्य हो रहे हैं. पानी पीछे से कम होने लगा है. क्योंकि पहाड़ों में बरसात नहीं हो रही है”.