इंटरनेशनल बेइज्जती के बाद भी नहीं जागा MCG, विदेशियों ने की गुड़गांव की सफाई

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गुड़गांव : कूड़े को लेकर गुड़गांव को विदेशियों द्वारा दी गई सुअरखाने की उपाधि के बाद भी भले ही जिला प्रशासन न जागा हो, लेकिन विदेशी जरूर स्वच्छता के प्रति जाग गए हैं। नगर निगम की लापरवाही को लेकर विदेशी ही अब सड़कों पर उतरकर सफाई करने लगे हैं। गुरु द्रोणाचार्य मेट्रो स्टेशन के पास एमएनसी में काम करने वाले युवाओं ने 15 दिन में ही एक ग्रुप बनाकर गुड़गांव में अपने आसपास की सफाई का जिम्मा अपने हाथ में लिया और सफाई करने के लिए सड़कों पर उतर आए।

इस ग्रुप में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं जिन्होंने गुरु द्रोणाचार्य मेट्रो स्टेशन के पास सफाई अभियान चलाया। यहां उन्होंने न केवल सड़क पर फैली गंदगी को साफ किया बल्कि ड्रेन के मेन होल खोलने के साथ ही उसमें दिखाई दे रही गंदगी को भी साफ कर दिया। एमएनसी में काम करने वाले अमन गुप्ता ने बताया कि 15 दिन पहले ही ट्वीटर ग्रुप बनाया है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपना शहर साफ करें। उन्होंने सभी को आगे आकर अपने शहर को साफ करना चाहिए तभी हम गुड़गांव को क्लीन सिटी के रूप में पहचान दिला सकते हैं।

फ्रांस से आई मटीडा भी इस ग्रुप से जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि गुड़गांव को मिलेनियम सिटी का दर्जा मिला हुआ है, लेकिन इसमें सफाई व्यवस्था बदहाल है। आज वह अपने साथियों के साथ गुड़गांव को साफ करने के लिए सड़कों पर उतरी हैं। उन्होंने कहा कि यह गुड़गांव और भारत मेरा अपना भारत है, लेकिन इसमें फैली गंदगी इस पर दाग लगा रही है। कूड़ा हम सभी लोगों का है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने शहर को साफ रखें।

यूरोप से आए लज्जार ने कहा कि गुड़गांव एक अमेजिंग प्लेस है। यहां फैली गंदगी को साफ करने के लिए कोई दूसरा नहीं आएगा। अगर हर कोई अपने घर और दुकान को दो मीटर दूर तक साफ रखें तो गुड़गांव साफ हो जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन और गुड़गांव के नागरिकों से भी अपील की है कि वह भी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए गुड़गांव को स्वच्छ रखने में अपनी भूमिका निभाएं।

गुड़गांव की हालत को देखते हुए भले ही नगर निगम के कर्मचारी सड़कों पर न उतरे हों, लेकिन एमएनसी में काम करने वालों और विदेशियों ने मेट्रो स्टेशन के पास सफाई अभियान चलाकर न केवल नगर निगम के कागजाें में चलाए जा रहे सफाई अभियान की पोल खोल दी है बल्कि यह भी साफ कर दिया है कि वह स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी समझते हैं और गुड़गांव को वाकई में मिलेनियम सिटी का दर्जा मिल सके उसके लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं।