चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन केवल विधायी कार्यों के लिए ही नहीं, बल्कि सदन के भीतर दिखे ‘ड्रेस कोड’ और सियासी संदेशों के लिए भी याद रखा जाएगा। जहाँ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पारंपरिक पगड़ी पहनकर पहुँचे, वहीं कांग्रेस के विधायकों ने एक अनूठे तरीके से विरोध और एकजुटता का प्रदर्शन किया।
सदन में उस समय सबकी नजरें ठहर गईं जब पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कांग्रेस के पाँच विधायक एक जैसी ड्रेस (Uniform Dress) पहनकर दाखिल हुए। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि एक जैसी वेशभूषा पहनकर हुड्डा और उनके करीबी विधायकों ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि कांग्रेस पार्टी सदन के भीतर पूरी तरह एकजुट है। अक्सर विपक्षी दल किसी विशेष मुद्दे (जैसे किसानों की मांग या बेरोजगारी) की ओर ध्यान खींचने के लिए एक जैसे रंग या संदेश लिखे हुए कपड़े पहनते हैं।
पगड़ी vs ड्रेस: सदन में दिखा रंगों का मेल
आज सदन का नजारा बेहद दिलचस्प रहा। एक तरफ सत्ता पक्ष के मुखिया नायब सिंह सैनी केसरिया/पारंपरिक पगड़ी में ‘हरियाणा के लाल’ की छवि पेश कर रहे थे, तो दूसरी तरफ कांग्रेस के पांच विधायकों की ‘एक जैसी ड्रेस’ ने अनुशासन और रणनीति का परिचय दिया।
हुड्डा के नेतृत्व में आक्रामक रणनीति
विधानसभा परिसर में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मीडिया से बात करते हुए साफ किया कि उनकी पार्टी सरकार को हर मोर्चे पर घेरेगी। हुड्डा के साथ मौजूद इन पांच विधायकों ने स्पष्ट कर दिया कि इस सत्र में विपक्ष केवल चर्चा ही नहीं करेगा, बल्कि सड़कों के मुद्दों को सदन के भीतर मजबूती से उठाएगा।

















