मुंगेशपुर ड्रेन टूटी, घरों में घुसा पानी; हालात बेकाबू, लोग पलायन को मजबूर

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बहादुरगढ़ : छोटूराम नगर में बाढ़ के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं। लोगों को सिर पर सामान और गोद में बच्चों को लेकर घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। ज़रूरी सामान समेट कर कई परिवार अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के यहां शरण ले रहे हैं।

प्रशासन ने राहत के लिए सामुदायिक भवनों और धर्मशालाओं में अस्थायी आश्रय स्थल बनाए हैं, लेकिन हालात काबू में नहीं आ रहे। छोटूराम नगर और विवेकानंद नगर से सटे मुंगेशपुर ड्रेन में भारी बारिश के चलते पानी का स्तर बढ़ गया, जिससे ड्रेन कई स्थानों पर ओवरफ्लो होकर टूट गई। इसका सबसे ज़्यादा असर आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र और आस-पास के रिहायशी इलाकों में देखने को मिल रहा है।

छोटूराम नगर में 5 से 6 फीट तक पानी भर चुका है। नगर परिषद की ओर से ट्रैक्टरों की मदद से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। हालात इतने खराब हैं कि लोग जरूरी सामान लेकर घर छोड़ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन से अब तक कोई ठोस मदद नहीं मिली है। न तो राशन-पानी की व्यवस्था है और न ही पानी रोकने के लिए मिट्टी या रेत के बैग डाले जा रहे हैं। ऐसे में लोग खुद ही अपने घरों के दरवाज़ों पर ईंट और सीमेंट की दीवार बनाकर पानी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

छोटूराम नगर से पार्षद प्रतिनिधि और पूर्व पार्षद हरिमोहन धाकर ने भी प्रशासन की तैयारियों को नाकाफी बताया है। उनका कहना है कि अधिकारी कॉल तक नहीं उठाते और हालात ऐसे हैं कि लोग भूख-प्यास से मर सकते हैं। हालांकि, जिला प्रशासन का कहना है कि राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं और प्रभावितों को हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।