हरियाणा में हॉस्टल की छात्राओं को बाहर आने-जाने पर रजिस्टर में एंट्री करनी पड़ती है। कई बार छात्राएं देरी से हॉस्टल लौटती हैं, जिससे अभिभावकों और वार्डन को चिंता होती है। इसी समस्या का समाधान निकालते हुए गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय (गुजवि), हिसार की सीएसई विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्रा कशिश ने ‘स्मार्ट अटेंडेंट’ मोबाइल एप तैयार किया है।
बहादुरगढ़ निवासी कशिश ने बताया कि यह एप उसने डेढ़ माह में तैयार किया। हॉस्टल में रह रही लड़कियों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता था, उन्हें ध्यान में रखते हुए उसने इस एप पर काम शुरू किया।
इस एप की मदद से जब छात्रा हॉस्टल से बाहर जाती है, तो उसकी लाइव लोकेशन अभिभावकों और हॉस्टल प्रशासन के साथ साझा की जा सकती है। इससे यह पता लगाया जा सकता है कि वह कहां पहुंची है और कब तक लौटेगी। यह फीचर सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
कशिश का यह प्रयास न सिर्फ तकनीकी नवाचार का उदाहरण है, बल्कि छात्राओं की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।