मंजूरी मिलते ही टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अधिकारियों के अनुसार जोन एक के लिए 122 करोड़ रुपये, जोन दो के लिए 140 करोड़ रुपये और जोन तीन के लिए 160 करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया है।
17 जून को समाप्त हो जाएगा मौजूदा एजेंसी का टेंडर
इससे पहले घरों से कूड़ा उठाने का काम बिमल राज आउटसोर्सिंग प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया था, जिसका टेंडर 17 जून को समाप्त हो रहा है। इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि शहर की सफाई व्यवस्था में कोई दिक्कत न आए।
400 वाहनों के लिए टेंडर जारी
पांच साल के टेंडर को मंजूरी मिलने और आवंटित होने में समय लग सकता है। ऐसे में नगर निगम ने अस्थायी तौर पर 400 वाहनों के लिए नया टेंडर जारी किया है, ताकि एजेंसी हटने के बाद भी डोर-टू-डोर कलेक्शन व्यवस्था जारी रह सके। नगर निगम के एक्सईएन सुंदर श्योराण ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। इसे तीन जोन में बांटने से काम की निगरानी आसान होगी और एजेंसियों की जवाबदेही भी तय हो सकेगी।
टेंडर में ये है खास
- काम की गुणवत्ता के आधार पर होगी निगरानी
- समय पर कूड़ा न उठाने पर एजेंसी पर लगेगा जुर्माना
- सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम अनिवार्य किया जाएगा
- इलाके के घरों से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी तय की जाएगी
- लापरवाही बरतने पर एजेंसी को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है।