वाई. पूरन कुमार के शव को सैक्टर-16 अस्पताल से डी.एस.पी. उदयपाल के आदेश पर बिना एस. आई. टी. की परमिशन से सैक्टर-24 चौकी इंचार्ज नीरज कुमार ने पुलिस टीम के साथ पी.जी.आई. में भेजा था। जब मामले की जानकारी एस. एस.पी. कंवरदीप कौर को लगी तो उन्होंने डी.एस.पी. को जमकर फटकार लगाई।
सूत्रों की मानें तो मामले में डी. एस. पी. और चौकी इंचार्ज पर गाज गिर सकती है। देर रात तक पुलिस विभाग के अफसरों के बीच बैठक चली। शव को बिना परमिशन के पी. जी. आई. शिफ्ट करने को लेकर मृतक की पत्नी अमनीत पी. कुमार ने सीधा डी.जी.पी. को फोन किया।
5वें दिन भी नहीं हुआ पोस्टमार्टम
उधर शनिवार को पांचवें दिन भी वाई पूरन कुमार के शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका। चंडीगढ़ के गृहसचिव मनदीप बराड़ ने शनिवार की सुबह पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार के साथ मुलाकात की। इसके कुछ समय बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने वाई पूरन कुमार के शव को सेक्टर-16 अस्पताल से पीजीआई में रखवा दिया। परिवार के लोगों की तरफ से इसका भी विरोध किया गया।
परिवार की सहमति के बाद होगा पोस्टमार्टम
शनिवार की सुबह पूरन कुमार का शव पीजीआई पहुंचा तो एफएसएल की टीम और विडियोग्राफी भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों ने दावा किया कि उनकी सहमति के बिना ही शव को शिफ्ट किया जा रहा है। चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने अमनीत पी कुमार से मुलाकात एसएसपी कंवरदीप कौर ने कहा कि परिवार बातचीत जारी है। उनकी सहमति के बाद ही पोस्टमार्टम करवाया जाएगा।

















