अब दिल्ली एयरपोर्ट मिनटों की दूरी पर: UER.-2 की सौगात से सोनीपत व बहादुरगढ़ से इतने मिनटों में पहुंचेंगे एयरपोर्ट

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सोनीपत : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन.सी.आर.) में बड़ी सौगात के रूप में मिला अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 रविवार को शुरू हो गया है। इस हाईवे ने न सिर्फ दिल्ली को तीसरा रिंग रोड दे दिया है बल्कि हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर तक से दिल्ली एयरपोर्ट और दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली की कनैक्टिविटी आसान कर दी है।

इतने मिनटों में सफर होगा पूरा 

अब सोनीपत से आई.जी.आई. एयरपोर्ट तक का सफर केवल 45 मिनट और बहादुरगढ़ से महज 20 से 25 मिनट में पूरा हो रहा है। पहले महिपालपुर और सिरहौल बॉर्डर पर लगने वाले जाम में यात्रियों को एक-एक घंटे तक जूझना पड़ता था। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद यू.ई. आर.-2 पर वाहन सरपट दौड़ने लगे हैं। हालांकि सोनीपत की ओर से वाहनों के लिए यह रोड पहले ही खोला जा चुका था। टोल बैरियर भी शुरू किया जा चुका है। यू.ई. आर-2 की कुल लंबाई 75.71 किलोमीटर है। यह दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे से शुरू होकर अलीपुर, रोहिणी, मुंडका, बक्करवाला, नजफगढ़, द्वारका होते हुए महिपालपुर पर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे से जुड़ चुका है। सबसे खास बात यह है कि पूरा मार्ग ट्रैफिक लाइट फ्री है, यानी वाहन बिना रुके रफ्तार पकड़ सकते हैं।

यू.ई.आर.-2 में 54.21 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में और 21.50 किलोमीटर हरियाणा में आता है। हरियाणा के सोनीपत, बहादुरगढ़, कुंडली, गुरुग्राम और मानेसर जैसे औद्योगिक व आवासीय शहरों की दिल्ली एयरपोर्ट तक सीधी कनैक्टिविटी हो गई है। सोनीपत से एयरपोर्ट पहुंचने में पहले जहां करीब डेढ़ से दो घंटे लगते थे, वहीं अब यह सफर 45 मिनट में पूरा हो रहा है। वहीं बहादुरगढ़ से पहले एक घंटे से अधिक लगने वाला सफर अब 20 से 25 मिनट का हो गया है। इसके अलावा गुरुग्राम व मानेसर के लोगों को सीधे द्वारका एक्सप्रैस-वे के जरिए यू.ई.आर.-2 से जुड़ाव मिल गया है। इस कनैक्टिविटी से निर्यात-आयात और औद्योगिक उत्पादन को भी नई गति मिलने लगी है। औद्योगिक शहरों से एयर कार्गो तक तेज पहुंच बन जाने से निवेशकों के लिए हरियाणा और ज्यादा आकर्षक बन गया है।

हरियाणा के इन जिलों को मिली सीधी कनैक्टिविटी : सोनीपत, बहादुरगढ़, गुरुग्राम और मानेसर को अब दिल्ली एयरपोर्ट तक सीधी कनैक्टिविटी मिल गई है। सिरसा, हिसार, भिवानी, रोहतक, जींद सहित चंडीगढ़ और पंजाब से भी बिना किसी जाम के दिल्ली पहुंचा जा सकता है। इससे न सिर्फ यात्रियों को राहत मिली है बल्कि निर्यात-आयात और औद्योगिक निवेश को भी गति मिलेगी।

50 हजार वाहनों को रोज राहत

इस मार्ग से रोजाना लगभग 50 हजार वाहन गुजरने लगे हैं। इसका सीधा असर दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे पर पड़ रहा है। अब वहां जाम की स्थिति में काफी सुधार होगा। न्यू गुरुग्राम और पश्चिमी-दक्षिणी दिल्ली के लोगों को सबसे अधिक फायदा मिल रहा है। वहीं, यू. ई. आर.-2 को भविष्य में 2 और बड़े एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा रहा है। रोहिणी-अलीपुर से जसौरखेड़ी तक 20 किमी नई सड़क बनेगी जिस पर 4 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। इससे जम्मू-कश्मीर और पंजाब के यात्री बिना दिल्ली जाम में फंसे एयरपोर्ट और गुरुग्राम पहुंच सकेंगे। इसके अलावा अलीपुर से 17 किमी सडक हिरनकी गाजियाबाद होकर ट्रोनिका सिटी तक बनाई जाएगी। इससे उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने-जाने वालों को बड़ी राहत मिलेगी।

भविष्य में 2 बड़े एक्सप्रैस-वे से होगा जुड़ाव

यू.ई.आर.-2 को और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए इसे अब देश के 2 बड़े एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा रहा है।

दिल्ली-कटड़ा एक्सप्रेसवेः कंझावला झज्जर के रास्ते जसौरखेड़ी तक 20 किलोमीटर लंबा नया लिंक रोड बनेगा। इस पर लगभग 4 हजार करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके बनने से पंजाब और जम्मू-कश्मीर की ओर जाने वाले वाहनों को दिल्ली में घुसने की जरूरत नहीं रहेगी।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वेः अलीपुर से हिरनकी और गाजियाबाद होते हुए 17 किलोमीटर का नया मार्ग बनाया जाएगा, जिस पर 3350 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इससे उत्तराखंड और पश्चिमी यूपी की ओर जाने वाले वाहनों को सीधी और तेज कनेक्टिविटी मिलेगी। दोनों लिंक रोड बनने के बाद एनएच-44 और एनएच-48 जैसे व्यस्त हाईवे पर वाहनों का दबाव काफी हद तक घट जाएगा। सामाजिक-आर्थिक विकास को नई गति यू.ई.आर.-2 से न सिर्फ सफर आसान हुआ है बल्कि डीजल-पेट्रोल की भारी बचत और प्रदूषण में कमी भी हो रही है। साथ ही आस-पास के इलाकों में रियल एस्टेट, कारोबार और रोजगार को बढ़ावा मिलना तय है।