नूंह: जिले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए सक्रिय जासूसी और हवाला फंडिंग नेटवर्क को ध्वस्त करने में पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. हालिया कार्रवाई में पकड़े गए युवा वकील रिजवान समेत पंजाब के चार अन्य आरोपियों से पुलिस रिमांड पर गहन पूछताछ कर रही है. पुलिस के मुताबिक यह नेटवर्क देश विरोधी गतिविधियों के समर्थन और फंडिंग में शामिल था, जिसकी कड़ियां कई राज्यों से जुड़ी मिली हैं. पुलिस के मुताबिक मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती है.
देश-विरोधी तत्वों पर जीरो टॉलरेंस नीति: जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने मंगलवार को प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, “नूंह पुलिस देश विरोधी और आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है.इसी नीति के तहत अब तक कुल पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कई अन्य संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. ऐसे नेटवर्क को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.”
रिजवान की गिरफ्तारी से खुली नए नेटवर्क की कड़ी: पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि, “25 नवंबर को तावडू उपमंडल के गांव खरखड़ी निवासी युवा वकील रिजवान को गिरफ्तार किया गया था. आरोप है कि रिजवान ने पाक जासूसी नेटवर्क और हवाला चैन के माध्यम से पंजाब में देश विरोधी तत्वों को फंडिंग उपलब्ध कराई. पुलिस रिमांड के दौरान मिली जानकारी के आधार पर पंजाब से चार अन्य आरोपियों को भी दबोचा गया. जांच में पता चला है कि रिजवान लंबे समय से संदिग्ध ट्रांजैक्शन और फंडिंग गतिविधियों में शामिल था.”
65 लाख की हवाला और विदेशी फंडिंग के सबूत: पुलिस जांच में अब तक करीब 65 लाख रुपये की हवाला लेनदेन और विदेशी फंडिंग के अहम सबूत मिले हैं. रिमांड के दौरान रिजवान ने इस लेनदेन की पुष्टि की है. पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और एक विशेष टीम लगातार इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने में जुटी हुई है. अधिकारियों का कहना है कि नेटवर्क का बड़ा हिस्सा ध्वस्त किया जा चुका है, लेकिन और भी खुलासे होने की संभावना है.
पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां: इसी साल मई में भी नूंह पुलिस ने तावडू के गांव कांगरका निवासी तारीफ और नगीना खंड के गांव राजाका निवासी अरमान को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. इन दोनों मामलों में पुलिस ने अक्टूबर महीने में चार्जशीट दाखिल कर दी थी.इससे स्पष्ट है कि नूंह क्षेत्र में लंबे समय से आईएसआई से जुड़े नेटवर्क सक्रिय थे, जिन पर पुलिस अब सख्ती से शिकंजा कस रही है.
बैंक खातों और गतिविधियों पर सख्त निगरानी: पुलिस ने बताया कि संदिग्धों के बैंक खातों की निगरानी बढ़ा दी गई है. जिन लोगों पर संदेह है उनके वित्तीय लेनदेन, कॉल डिटेल, डिजिटल गतिविधियों और संपर्कों की जांच चल रही है. जिला पुलिस का दावा है कि आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े और भी नाम सामने आ सकते हैं.

















