मैदान में उतरे अधिकारी: एडीसी ने 21 किलोमीटर हाफ मैराथन पूरी कर रचा कीर्तिमान, सीएम सैनी ने किया सम्मानित

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कैथल : कैथल जिले में आयोजित हाफ मैराथन में जब हजारों की भीड़ दौड़ रही थी, उसी भीड़ में दो प्रशासनिक अधिकारी भी नायक की तरह शामिल थे। इनमें से एक थे कैथल के अतिरिक्त उपायुक्त दीपक बाबू लाल और दूसरे गुहला के एसडीएम कैप्टन परमेश। एडीसी ने 21 किलोमीटर लंबी हाफ मैराथन में को पूरी की तो वहीं एसडीएम ने 10 किलोमीटर की दौड़ लगाई। उमस भरी गर्मी के बावजूद दोनों अधिकारियों ने यह साबित कर दिया कि वे केवल कुर्सी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज को प्रेरित करने वाले सशक्त नेतृत्वकर्ता भी हैं। मैराथन समाप्ति के पश्चात हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंच पर एडीसी दीपक बाबू लाल ओर गुहला एसडीएम दोनों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया और उनकी खेल भावना व नेतृत्व कौशल की खुलकर सराहना की।

प्रतिभागी के साथ आयोजन के नोडल अधिकारी

जहां एक ओर एडीसी दीपक बाबू लाल प्रशासनिक व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, वहीं दूसरी ओर वे स्वयं भी इस मैराथन में बतौर प्रतिभागी शामिल हुए। वे इस आयोजन के नोडल अधिकारी भी थे और पिछले कई सप्ताह से इसकी तैयारियों में पूरी टीम के साथ दिन-रात जुटे हुए थे। उन्होंने रूट चयन, चिकित्सा सुविधा, सुरक्षा और लॉजिस्टिक्स जैसी व्यवस्थाओं को स्वयं देखा और सुनिश्चित किया कि प्रतिभागियों को कोई असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने तारीफ करते हुए कहा कि दीपक बाबू लाल जैसे अधिकारी समाज के लिए प्रेरणा हैं। वे न केवल अपने दायित्वों को निभा रहे हैं, बल्कि युवाओं को फिटनेस और नशा मुक्ति का संदेश भी दे रहे हैं।

खेलों और साहसिक अभियानों में अद्वितीय उपलब्धियां

एडीसी दीपक बाबू लाल की यह पहली साहसिक उपलब्धि नहीं है। उन्होंने हाल ही में श्रीलंका और भारत को जोड़ने वाले पाक जलडमरूमध्य (रामसेतु क्षेत्र) में 28 किलोमीटर की रिले तैराकी कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। इसके अलावा वे इंग्लिश चैनल को भी पार कर चुके हैं — जिसमें उन्होंने इंग्लैंड से फ्रांस तक करीब 47 किलोमीटर की दूरी को मात्र 12 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले बर्फीले समुद्र में रिले तैराकी के ज़रिए सफलतापूर्वक पार किया। इसके साथ ही उन्होंने टालिन, एस्टोनिया में फुल आयरनमैन किया। उनकी ये उपलब्धियाँ सिर्फ व्यक्तिगत गौरव तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हरियाणा के युवाओं के लिए एक मजबूत प्रेरणा बन गई हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं होता।

नशा मुक्त हरियाणा का संदेश

मैराथन का उद्देश्य सिर्फ दौड़ तक सीमित नहीं था, बल्कि यह नशा मुक्ति जागरूकता अभियान का एक अहम हिस्सा थी। एडीसी दीपक बाबू लाल ने इस दौड़ में भाग लेकर युवाओं को यह संदेश दिया कि जीवन में ऊर्जा और उत्साह लाना है तो खेलों को अपनाना होगा, नशे को नहीं। कैथल के नागरिकों ने भी इस पहल की सराहना की और युवा वर्ग ने कहा कि जब जिले के अधिकारी स्वयं इस तरह मैदान में उतरते हैं, तो निश्चित रूप से समाज पर गहरा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।