करनाल : हरियाणा के करनाल में धान खरीद की लंबित प्रक्रिया के कारण मंडियां भर चुकी हैं और ट्रालियों में पड़ी फसल सड़ने लगी है. सरकारी एजेंसियों की देरी और गेट पास न कटने के कारण किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है. किसान अब सिर्फ उठान शुरू होने की उम्मीद में हैं, चाहे कीमत थोड़ी कम क्यों न हो.
किसानों का छलका दर्द: मंडी में धान लेकर पहुंचे डाकवाला गांव के किसान सुरेंद्र ने बताया, “मेरी ट्रॉली में सौ क्विंटल धान पड़ा है, अब काला पड़ने लगा है. गेट पास नहीं कट रहे, मंडी की व्यवस्था ठीक नहीं है. इतनी परेशानी में अब 10,000 रुपए मंदी में भी बेच देंगे, बस उठान हो जाए.” वहीं, किसान कर्मवीर ने भी रोष जताते हुए कहा, “दिवाली के बाद से मंडी में छुट्टी पर छुट्टी चल रही है. हमारी फसल सड़ रही है और आज भी कोई गेट पास नहीं काट रहा. किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है.”
मंडी प्रशासन का बयान: मंडी मार्केट सह सचिव योगेश शर्मा ने कहा, “सरकार के निर्देशानुसार तीन एजेंसियां धान का उठान कर रही हैं. लेकिन उठान में देरी के कारण मंडी भर गई है. दो दिन मंडी बंद रखी गई थी और किसानों से अपील की गई थी कि फिलहाल नई फसल मंडी में न लाएं. रविवार के अवकाश के बावजूद उठान की व्यवस्था की जा रही है. किसी भी किसान को परेशान नहीं होने दिया जाएगा.”
हालात अब भी जस के तस:धान से भरी ट्रॉलियों की लंबी कतारें किसानों की मजबूरी को बयां कर रही हैं. प्रशासन समाधान का भरोसा दे रहा है, लेकिन मंडियों में गहमागहमी और नाराज़गी दोनों बनी हुई हैं.

















