फोन पर बिजी थे पापा, मम्मी थीं चेंजिंग रूम में… स्वीमिंग पूल में डूबकर 4 साल की मासूम की मौत

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उत्तर प्रदेश के बरेली में चार साल की बच्ची स्वीमिंग पूल में डूब गई. वो चीखी-चिल्लाई, मगर उस वक्त उसके पिता फोन पर किसी से बात कर रहे थे. उन्हें बच्ची की आवाज सुनाई नहीं दी. मां भी तब चेंजिंग रूम में गई हुई थीं. इस बीच बच्ची की डूबकर मौत हो गई,

घटना पीलीभीत रोड स्थित एक नामी क्लब का है. सिंधु नगर निवासी एक व्यापारी दंपती की चार साल की बेटी स्विमिंग पूल में डूब गई. हादसे के समय मां चेंजिंग रूम में थीं और पिता फोन पर बात कर रहे थे. बच्ची की डूबकर मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया.

मां-पिता की बेफिक्री बनी हादसे की वजह

दरअसल, शनिवार को व्यापारी दंपति अपनी चार वर्षीय बेटी को लेकर क्लब पहुंचा था. परिवार पहले स्विमिंग पूल में नहाया. नहाने के बाद व्यापारी की पत्नी बेटी को लेकर चेंजिंग रूम चली गईं. इस बीच पिता बाहर पार्क में बैठकर फोन पर बात करने लगे. थोड़ी देर बाद बेटी ने मां से कहा कि वह पापा के पास जा रही है और चेंजिंग रूम से बाहर निकल गई. बाहर आते ही मासूम सीधी स्विमिंग पूल की ओर बढ़ गई और उसमें गिर पड़ी. वह तैरना नहीं जानती थी, ऐसे में कुछ ही मिनटों में उसकी जान चली गई.

मां को लगा बेटी पिता के पास है

सबसे दर्दनाक बात यह रही कि मां को लगा बेटी पापा के पास है और पिता को लगा कि बेटी मां के साथ ही है. दोनों को कुछ देर तक बिल्कुल अंदाजा ही नहीं हुआ कि उनकी लाडली पूल में जा चुकी है. जब मां चेंजिंग रूम से बाहर आईं तो उन्होंने पति से बेटी के बारे में पूछा. पति ने भी अनभिज्ञता जताई. दोनों ने इधर-उधर तलाश शुरू की. तभी कुछ देर बाद स्विमिंग पूल में बच्ची का शव उतराता हुआ दिखाई दिया. यह नजारा देख कर दोनों बेसुध हो गए.

रोते-बिलखते घर ले गए बेटी का शव

क्लब में मौजूद स्टाफ और लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और बच्ची को बाहर निकाला. लेकिन तब तक मासूम की सांसें थम चुकी थीं. दंपति बेटी को लेकर फौरन घर पहुंचा. घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया. रविवार सुबह बिना पुलिस को सूचना दिए दंपति ने बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया. हादसे के बाद से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

परिजनों ने कार्रवाई से किया इंकार

बारादरी थानाध्यक्ष धनंजय पांडेय ने बताया कि घटना की सूचना उन्हें मिली थी. पुलिस ने मौके की जानकारी लेने की कोशिश की. लेकिन परिजन ने किसी भी तरह की कार्रवाई से इंकार कर दिया. यही वजह रही कि बच्ची का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया.

लापरवाही पर उठे सवाल

इस दर्दनाक हादसे ने क्लब और परिवार दोनों की लापरवाही को उजागर कर दिया. क्लब में स्विमिंग पूल के पास सुरक्षा इंतजाम और निगरानी ठीक से नहीं थी. वहीं, माता-पिता भी अपनी जिम्मेदारी निभाने में चूक गए. छोटी सी असावधानी ने मासूम की जिंदगी छीन ली. स्थानीय लोगों का कहना है कि क्लब प्रबंधन को पूल के पास सुरक्षा गार्ड या लाइफगार्ड की तैनाती करनी चाहिए थी. वहीं, मां-पिता को भी बच्ची पर पूरी नजर रखनी चाहिए थी. इस लापरवाही ने परिवार से उनकी चार साल की लाडली छीन ली.

पूरे इलाके में शोक का माहौल

सिंधु नगर में रहने वाले इस व्यापारी परिवार के घर मातम पसरा है, जो लोग भी हादसे की खबर सुन रहे हैं, आंखें नम हो जा रही हैं. लोग यही कह रहे हैं कि इतनी छोटी बच्ची को अकेला छोड़ना बहुत बड़ी भूल थी.