2 दशकों बाद बनकर तैयार हुआ पिंजौर-सुखोमाजरी बाईपास, आम जनता के लिए खोला

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चंडीगढ़ : शिवालिक विकास मंच प्रदेशाध्यक्ष एंव कांग्रेस नेता विजय बंसल एडवोकेट के अथक प्रयासों से लगभग 2 दशकों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पिंजौर-सुखोमाजरी बाईपास बनकर तैयार हो गया है अब इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया है। विजय बंसल एडवोकेट ने बताया कि बाईपास के बनने से न केवल पिंजौर वासियों को ट्रैफिक जाम से निजात मिली हैं वहीं हिमाचल के बद्दी उद्योगिक क्षेत्र जाने वाले भारी, हल्के वाहनों को भी अधिक समय नहीं लगेगा। बद्दी वाला सारा ट्रैफिक बाईपास से होकर निकलने लगा है पिंजौर में केवल अब लोकल वाहन ही दिखते हैं। इससे पिंजौर, कालका सहित दून क्षेत्र वासियों को भी राहत मिली है। बंसल ने सरकार से रात के समय अंधेरे में डूबने वाले लगभग 8 किलोमीटर लंबे बाईपास पर स्ट्रीट लाईटें लगाने की मांग की है क्योंकि यह बाईपास वन क्षेत्र में आता है इसलिए अंधेरा रहता है और यहां लूटपाट जैसे अपराध भी हुए है।

साथ ही गांव सुखोमाजरी और बसौला एरोड्रम के सामने जाकर पिंजौर-नालागढ़ हाईवे पर जाकर मिलने वाले इस बाईपास के प्वाईंट पर ट्रैफिक लाईटें या दुर्घटना रोकने के लिए टी प्वाईंट बनाने या अन्य उपाय करने की मांग की हैं। क्योंकि पिंजौर, कालका, सोलन, शिमला आदि की ओर से नालागढ़ जाने वाले वाहनों के लिए यह प्वाईंट दुर्घटना का कारण बन सकता है हालांकि यहां पर छोटी बड़ी कई दुर्घटनाएं भी हो चुकि हैं और लूटपाट की घाटनाएं भी हो चुकि हैं इसलिए इसकी रोकथाम के लिए ट्रैफिक लाईट या चौक का निर्माण किया जाना अति आवश्यक है। यहां पर दिन और रात के समय पुलिस की गश्त भी होनी चाहिए।

शिवालिक विकास मंच प्रदेशाध्यक्ष एंव कांग्रेस नेता विजय बंसल एडवोकेट ने बताया कि शिवालिक मंच के अथक प्रयासों से 7.70 किमी लंबे बाईपास निर्माण की प्रक्रिया वर्ष 2007 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आरंभ की गई थी तब एमरजेंसी क्लॉज के तहत 232 एकड़ भूमि अधिग्रहण कर बाईपास निर्माण कार्य हरियाणा शहरी विकास प्रधिकरण (हूडा) को दिया गया था इसके लिए लगभग 35 करोड़ की राशि भी जारी की थी लेकिन हूडा के पास बड़े पुल, अंडर निर्माण के लिए संशाधनों की कमी होने के चलते इसे वर्ष 2011 में एनएचएआई को निर्माण का जिम्मा सौंपा गया था।

विजय बंसल एडवोकेट ने बताया कि कई अड़चनों के बाद देरी एनएच हरियाणा द्वारा इसका काम आरंभ किया गया लेकिन सूरजपुर रेलवे अंडरपास निर्माण के लिए रेलवे की मंजूरी मिलने में देरी हुई। विजय बंसल ने 13 अप्रैल 2022 को केंद्रीय रेल मंत्री, केंद्रीय परिवहन मंत्री, रेलवे के डीआरएम को लीगल नोटिस भेजा था जिसके बाद रेलवे उप चीफ इंजीनियर को उचित कार्यवाही के लिए निर्देश दिए तब 30 जुलाई 2022 को उत्तर रेलवे के उप मुख्य इंजिनियर ने निर्माण की मंजूरी दी थी अब रेलवे अंडरपास की पहले एक लेन अब दूसरी लेन भी बनकर तैयार हो चुकि है और इस पर वाहन भी चलने लगे हैं। इस बाईपास पर टोल न लगाने की विजय बंसल की मांग भी एनएचएआई ने मंजूर दे दी थी। बाईपास के निर्माण को शीघ्र पूरा करने के लिए विजय बंसल ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में 30 अप्रैल 2014 को जनहित याचिका डाली थी तब कोर्ट ने सरकार को तुरंत निर्माण शुरू करने के आदेश दिए थे उसके बाद 22 सितंबर 2015 को कानूनी नोटिस पर केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने कार्यवाही करते हुए मंत्रालय के प्रमुख अभियंता को तुरंत कार्यवाही के आदेश भी दिए थे।