महेंद्रगढ़:
सोशल मीडिया पर एक कूड़ा उठाने वाले युवक के पाकिस्तान से लिंक होने का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल होने के बाद महेंद्रगढ़ पुलिस हरकत में आई। पुलिस द्वारा गांव सिगड़ी पहुंचकर कूड़ा उठाने वाले परिवारों से पूछताछ की गई व आईडी को भी जांचा गया। वहीं वीडियो वायरल करने वाले युवक और कूड़ा उठाने परिवार से भी दिनभर पूछताछ की गई।
बता दें कि शुक्रवार को गांव निंबहेड़ा में एक युवक कबाड़ बीन रहा था। इसी दौरान गांव के एक युवक ने संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की तथा उसकी आईडी मांगी। कूड़ा उठाने वाले व्यक्ति ने कहा कि उसके पास ओरिजिनल आईडी नहीं है। वह फोन में अपनी आईडी दिखा सकता है। जब गांव निवासी युवक ने उसका फोन चेक किया तो उसमें काफी संख्या में +92 से स्टार्ट नंबर मिले। युवक को संदेह होने पर उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। कई ग्रुप में यह वीडियो चलने के बाद पुलिस हरकत में आई।
सदर थाना पुलिस ने शनिवार सुबह गांव सिगड़ी पहुंचकर जांच की तो पाया कि वहां पर असम से आकर करीब 35-36 परिवार रह रहे हैं। गांव के किसी व्यक्ति द्वारा इन परिवारों को 90,000 रुपए में रहने के लिए जगह दे रखी है। इन परिवारों ने इस जगह अपनी झुग्गी-झोपड़ियां बनाई हुई हैं। इस जगह पर बनी झोपड़ियों में लगभग 220 से 230 लोग है, जिनमें 36 पुरुष, 35 महिलाएं तथा शेष बच्चे बताए जा रहे हैं। पुलिस ने उनकी आईडी जांच के लिए महेंद्रगढ़ थाने बुलाया है।
पुलिस ने वायरल वीडियो में नजर आए युवक को थाने बुलाकर उससे पूछताछ शुरू कर दी। साथ ही उसके मोबाइल को कब्जे में लेकर जांच को आगे बढ़ाने की बात सामने आई। सूत्रों के अनुसार गांव सिगड़ी में पहले भी कुछ लोग झुग्गी-झोपड़ियां बनाकर रहते थे। बाद में उन्हें किसी कारण से वहां से वापस भेज दिया गया था। अब फिर से उक्त लोग यहां पर काफी समय से रहते हैं, जो प्रतिदिन कूड़े के अंदर से कबाड़ चुनने का काम करते हैं।
थाना प्रभारी जगदीश कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने पर गांव सिगड़ी पहुंचकर जांच की गई है। थाने में भी संबंधित व्यक्ति को बुलाकर पूछताछ की जा रही है। उसका मोबाइल लेकर उससे भी जांच की जाएगी। ये लोग असम (Assam) के हैं। अभी तक पूछताछ में कोई ऐसी जानकारी नहीं मिली है, जिससे उक्त लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जा सके।