अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों पर सख्ती बरतेगी पुलिस, चलेगा सर्च अभियान; भेजे जाएंगे बॉर्डर पार

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फतेहाबाद। जिले में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों, विशेषकर बांग्लादेशी मूल के लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना एवं चौकी प्रभारियों को स्पष्ट और सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा है कि यदि कोई भी व्यक्ति बिना वैध दस्तावेजों के जिले में रह रहा पाया जाता है, तो उसे तत्काल हिरासत में लिया जाए और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के बाद बॉर्डर पार भेजा जाए।

यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक संतुलन और आंतरिक कानून-व्यवस्था की दृढ़ता बनाए रखने की दृष्टि से लिया गया है। हाल के समय में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने की सूचनाएं भी प्राप्त हुई हैं, जिसके चलते ऐसे लोगों की पहचान कर उनके विरुद्ध ठोस कार्रवाई की आवश्यकता महसूस की गई है।

ईंट भट्टों, निर्माण स्थलों पर विशेष अभियान

जिलेभर के थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्थित ईंट भट्टों, निर्माण स्थलों, फैक्ट्रियों, गोदामों, अस्थायी मजदूर बस्तियों तथा अन्य श्रमिक स्थलों पर विशेष अभियान चलाएं। इन जगहों पर कार्यरत मजदूरों की पहचान कर यह सुनिश्चित किया जाए कि उनके पास भारत में रहने के वैध दस्तावेज हैं या नहीं। अगर कोई व्यक्ति संदिग्ध पाया जाता है, या उसके पास वैध कागजात नहीं होते, तो उसे तुरंत डिटेन किया जाए और आगे की कानूनी प्रक्रिया अमल में लाई जाए।

चौकी प्रभारी करेंगे निरीक्षण

एसपी ने आदेश दिया है कि इस अभियान को गंभीरता से लिया जाए और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता नहीं होनी चाहिए। यदि कोई अधिकारी इस कार्य में कोताही बरतता है, तो उसकी जवाबदेही तय की जाएगी। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थानीय एसडीएम की मदद से कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाए और डिटेन किए गए लोगों को बॉर्डर पार भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

अन्य विभागों के साथ समन्वय से चलेगा अभियान

इस पूरे अभियान को प्रभावी और व्यवस्थित रूप से लागू करने के लिए पुलिस विभाग को राजस्व विभाग, खुफिया इकाइयों, नगर परिषद, श्रम विभाग और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।

इसके अतिरिक्त, ईंट भट्टा मालिकों, ठेकेदारों, फैक्ट्री संचालकों और अन्य रोजगार प्रदाताओं को भी चेतावनी दी गई है कि वे बिना दस्तावेज वाले किसी भी श्रमिक को काम पर न रखें। यदि कोई मालिक जानबूझकर ऐसे लोगों को शरण या रोजगार देता है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

यह केवल एक कानूनी कार्रवाई नहीं, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा और सामाजिक संतुलन को बनाए रखने का एक गंभीर प्रयास है। अवैध नागरिकों की मौजूदगी से न सिर्फ सुरक्षा जोखिम बढ़ते हैं, बल्कि स्थानीय नागरिकों के रोजगार, संसाधनों और सामाजिक ढांचे पर भी दबाव बनता है। पुलिस का यह अभियान आने वाले दिनों में और भी व्यापक रूप से लागू किया जाएगा।