दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण चरम पर, हवा बनी जहरीली और सांस लेना हुआ मुश्किल

SHARE

गुड़गांव : दिवाली के तुरंत बाद दिल्ली एनसीआर की हवा जहरीली हो गई। पूरा दिल्ली एनसीआर गैस चेंबर में तब्दील हो गया। जहां दिवाली से पहले दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर 200 एक्यूआई के आसपास चल रहा था वहीं, दिवाली के दौरान यह प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। सोमवार देर रात को गुड़गांव में प्रदूषण का स्तर 800 एक्यूआई से भी अधिक मापा गया। हालांकि मंगलवार सुबह धूप निकलने और हवा चलने के बाद प्रदूषण में थोड़ी राहत दिखाई दी, लेकिन हवा चलने के बाद भी प्रदूषण का स्तर 400 एक्यूआई से भी अधिक रहा।

प्रदूषण के बढ़े स्तर का असर बुजुर्गों और बच्चों में सबसे अधिक देखने को मिला। बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत हुई। वहीं, अन्य लोगों व बच्चों में सबसे अधिक दिक्कत आंखों में जलन की रही। इसस अस्पतालों में लोगों की भीड़ बढ़ गई।  मंगलवार सुबह जब लोग सो कर उठे और घर से बाहर निकले तो लोगों का गुड़गांव धुंधला सा नजर आया। काफी अधिक प्रदूषण होने के कारण लोग वापस घरों में ही चले गए। दोपहर तक सूरज की धूप भी मानों प्रदूषण के कारण जमीन पर बेहद ही मुश्किल पहुंची।

इस बार प्रदूषण का कम स्तर होने के बाद ग्रेप-1 लागू हुआ था और पटाखों की बिक्री और बजाने पर प्रतिबंध हटाया गया था। साथ ही साथ यह भी निर्देश दिए गए थे कि इस बार केवल ग्रीन पटाखों से ही दिवाली मनाई जाए, लेकिन दिवाली से ठीक पहले प्रदूषण का स्तर एकदम बढ़ा और ग्रेप की स्टेज-2 को भी लागू कर दिया गया। पाबंदियां जब तक लागू हुई तब तक लोगों ने दिवाली का जश्न मनाना शुरू कर दिया था और शहर में प्रदूषण का स्तर एकदम बढ़ गया। दिवाली की रात को हालात यह थे कि प्रदूषण के कारण मानो लॉकडाउन की स्थिति बन गई हो। हालांकि मंगलवार सुबह हालात थोड़े सुधरे,लेकिन अभी भी नियंत्रण में नहीं है। प्रदूषण का यही हाल रहा तो आने वाले समय में पाबंदियां और अधिक बढ़ सकती हैं।