कैथल। खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल विभाग की तरफ से सभी जिलों में खेल नर्सरी शुरू की गई हैं। इस समय जिले में 100 खेल नर्सरी सरकारी प्रशिक्षण केंद्रों, सरकारी शिक्षण संस्थानों और पंचायतों में चल रही हैं। इनमें से 22 नर्सरी प्रशिक्षण केंद्रों और 78 नर्सरी शिक्षण संस्थानों और पंचायतों में शुरू हुई थी। इनके अलावा निजी शिक्षण संस्थानों में भी नर्सरी शुरू होनी थी जो आज तक भी शुरू नहीं हो पाई हैं।
जिला खेल विभाग के पास निजी खेल नर्सरी के लिए करीब 41 आवेदन आए थे। इनमें से करीब 35 आवेदन जांच के दौरान सही पाए गए थे। इनमें 875 खिलाड़ियाें का चयन होना है। अब करीब ढाई महीने का समय बीत चुका है, लेकिन निजी नर्सरी शुरू करने को लेकर अभी तक भी कोई मंजूरी नहीं आई है।
ऐसे में खिलाड़ियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। खेल विभाग की तरफ से हर साल अप्रैल माह में नर्सरी शुरू कर दी जाती हैं। निजी नर्सरी के लिए जो आवेदन आए थे उनकी जांच के लिए डिप्टी डायरेक्टर भी आए थे। निरीक्षण रिपोर्ट को मुख्यालय भेजा जा चुका है, लेकिन अभी शुरू होने वाली नर्सरी की सूची जारी नहीं की गई है। उम्मीद है कि अब जून के अंत में या जुलाई में प्राइवेट नर्सरी की सूची जारी हो जाएगी।
एक नर्सरी में अभ्यास करेंगे 25 खिलाड़ी
एक खेल नर्सरी में 25 खिलाड़ियों का चयन किया हुआ है। खेल नर्सरी में अभ्यास करने वाले आठ से 14 वर्ष के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये मिलेंगे और 15 से 19 वर्ष के खिलाड़ियों को तीन हजार रुपये मिलेंगे। यह राशि सीधा खिलाड़ियों के खाते में भेजी जाएगी। खेल विभाग की तरफ से इस साल से ही खुराक भत्ता बढ़ाने की घोषणा की थी। इससे पहले खिलाड़ियों को कम राशि मिलती थी। विभाग का लक्ष्य है कि खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिलें ताकि वे खेलों में अधिक से अधिक पदक जीत सकें।
वर्जन निजी खेल नर्सरी शुरू करने को लेकर मुख्यालय की तरफ से ही सूची जारी की जानी है। जिला खेल विभाग के पास जो भी आवेदन आए थे उनकी जांच करने के बाद जानकारी मुख्यालय भेज दी गई थी। उम्मीद है जल्द ही निजी खेल नर्सरी शुरू हो जाएंगी। इनके अलावा सरकारी प्रशिक्षण केंद्र और सरकारी शिक्षण संस्थानों में जो खेल नर्सरी चल रही हैं वहां खिलाड़ियों को नियमित रूप से अभ्यास करवाया जा रहा है।