उपमंडल की मांग को लेकर बवानीखेड़ा में बढ़ा जनदबाव

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बवानीखेड़ा। हांसी को प्रदेश का 23वां जिला बनाने की घोषणा के साथ ही बवानीखेड़ा को उपमंडल बनाए जाने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि बवानीखेड़ा को उपमंडल का दर्जा मिलता है तो इसका सीधा लाभ कस्बे सहित आसपास के गांवों के लोगों को मिलेगा। हालांकि क्षेत्र का लंबे समय से भिवानी से प्रशासनिक जुड़ाव रहा है, ऐसे में शुरुआत में कुछ व्यावहारिक दिक्कतें आ सकती हैं, लेकिन उपमंडल बनने से क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी।

बवानीखेड़ा को उपमंडल बनाए जाने से लोगों को प्रशासनिक सुविधाएं नजदीक मिलेंगी। तहसील, एसडीएम कार्यालय, पुलिस और अन्य विभागीय कार्यों के लिए भिवानी नहीं जाना पड़ेगा, जिससे समय और धन की बचत होगी। स्थानीय स्तर पर विकास कार्यों में तेजी आएगी और सरकारी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन संभव होगा। साथ ही रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे, जिससे क्षेत्र का सामाजिक व आर्थिक विकास होगा।

बवानीखेड़ा को उपमंडल का दर्जा मिलना क्षेत्रवासियों की वर्षों पुरानी मांग है। हांसी में शामिल होने से दस्तावेज संबंधी कार्यों में शुरुआत में परेशानी हो सकती है, लेकिन उपमंडल बनने से दीर्घकाल में क्षेत्र को लाभ मिलेगा।

उपमंडल बनने से छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र व अन्य जरूरी दस्तावेजों के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा और सभी कार्य बवानीखेड़ा में ही पूरे हो सकेंगे।

उपमंडल की मांग को लेकर समय-समय पर धरने-प्रदर्शन किए गए हैं। यदि बवानीखेड़ा को हांसी में शामिल किया गया तो रोजमर्रा के प्रशासनिक कार्यों के लिए लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

बवानीखेड़ा जिले की सबसे पुरानी तहसीलों में से एक है। इसके बावजूद नजदीकी कस्बों को पहले उपमंडल बनाया गया। हांसी को जिला बनाए जाने की घोषणा स्वागत योग्य है, लेकिन यदि इसके साथ बवानीखेड़ा को उपमंडल का दर्जा दिया जाता है तो क्षेत्र के लोगों को वास्तविक लाभ मिलेगा।