महेंद्रगढ़।
महेंद्रगढ़ जिले के नारनौल में एक पंजाबी दंपती ने दो बेटों समेत थार में बैठकर जहर निगल लिया। इनमें माता-पिता और एक बेटे की मौत हो गई। वहीं दूसरे बेटे की हालत गंभीर है। उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया गया है।
जहर निगलने से पहले दंपती ने सुसाइड नोट भी छोड़ा। जिसमें फाइनेंसर को खुदकुशी का जिम्मेदार ठहराया है। इसमें नारनौल में तैनात एक पुलिसकर्मी का बेटा भी शामिल है। इसमें उन्होंने आरोपियों के 2 मोबाइल नंबर भी लिखे हुए थे।
जानकारी के अनुसार 48 साल के आशीष ग्रोवर नारनौल के मोहल्ला गुरुनानक पुरा में दुकान चलाते हैं। रविवार रात करीब 9 बजे वह पत्नी रुपेंद्र कौर (44) और दोनों बेटों सोनू(15) व गगन (19) को साथ बैठाकर थार में सवार होकर निकल गए। इसके बाद नीरपुर फ्लाईओवर से आगे तुर्कियावास मोड़ के पास आशीष ने गाड़ी रोक ली।
थार रोकने के बाद आशीष ने पहले दोनों बेटों को जहर खिलाया। जब उसके बेटों पर जहर का असर होने लगा तो उसने और उसकी पत्नी ने भी जहर निगल लिया। इसके बाद चारों थार के भीतर ही बेसुध हालत में पड़े रहे। रात में लोगों ने देखा कि थार के अंदर 4 व्यक्ति बेहोश हालत में पड़े हैं। उन्होंने आवाज लगाई लेकिन कोई नहीं उठा। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने वहां पहुंचकर इन्हें अटेली अस्पताल पहुंचाया।
अटेली अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने जांच की मां रुपेंद्र कौर और छोटे बेटे सोनू की मौत हो चुकी थी। पिता आशीष और बड़े बेटे गगन की हालत नाजुक थी। यह देख उन्होंने तुरंत उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। रोहतक पीजीआई में पिता आशीष की भी मौत हो गई। वहीं गगन की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस की शुरूआती जांच में यह भी पता चला कि आशीष ग्रोवर लग्जरी लाइफ जीता था। उसके पास थार से लेकर महंगी बाइक भी थी।
आशीष ग्रोवर ने थार में सुसाइड नोट छोड़ा था। इसमें उसने लिखा- “हमने पैसे उधार लिए थे जो हम चुका नहीं पाए। ये लोग हमें समय नहीं दे रहे हैं। जिसके चलते हम आत्महत्या कर रहे हैं। हमारी मौत के लिए अक्षय और सोमबीर जिम्मेदार हैं। सोमबीर के पिता पुलिस में हैं।”